छात्र संघ के अप्रत्यक्ष चुनाव के विरोध में उतरे संगठन, कहा- कॉलेजों और विवि पर जड़ेंगे ताले
हरियाणा के आठ छात्र संगठनों ने छात्र संघ के चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से कराने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों पर ताले जड़ने व हड़ताल का ऐलान किया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में 22 साल बाद हो रहे छात्र संघों के चुनाव को लेकर अब नया गतिरोध सामने आ गया है। राज्य सरकार द्वारा चुनव अप्रत्यक्ष तरीके से कराए जाने के खिलाफ छात्र संगठन खुलकर सामने आ गए हैं। अाठ छात्र संगठनों ने इसके खिलाफ एक संघर्ष समिति का गठन किया है। प्रत्यक्ष चुनाव संघर्ष समिति ने कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में 12 अक्टूबर को छात्र संघ के अप्रत्यक्ष चुनाव होने पर सभी शिक्षण संस्थानों पर ताले जड़ने की चेतावनी दी है।
प्रत्यक्ष चुनाव के लिए आठ छात्र संघों ने दिखाई एकजुटता, पीएम को सौंपेंगे ज्ञापन
बृहस्पतिवार को इनसो, एनएसयूआइ सहित आठ छात्र संगठनों ने चंडीगढ़ में एकजुटता दिखाते हुए एेलान किया कि किसी भी सूरत में अप्रत्यक्ष चुनाव नहीं होने देंगे। एमएलए हॉस्टल में हुई सर्वदलीय छात्र संगठनों की बैठक में आंदोलन की पूरी रणनीति बनाई गई। प्रत्यक्ष चुनाव कराने के लिए समिति 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपेंगी।
यह भी पढ़ें: कुल्फी बेच रहे इस युवा के बारे में जान कर हैरान रह जाते हैं लाेग, पढ़ें पूरी खबर
समिति ने कहा है कि इसके अलावा 8 और 9 अक्टबूर को सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में हड़ताल की जाएगी। इस दौरान विद्यार्थियों को अप्रत्यक्ष चुनाव के नुकसान के बारे में बताया जाएगा। बैठक के बाद इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सरकार का अप्रत्यक्ष चुनाव पर अडिय़ल रवैया अलोकतांत्रिक व छात्र हितों की अनदेखी करने वाला है।
चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात करते छात्र संगठनों के प्रतिनिधि।
8 और 9 अक्टबूर को सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में हड़ताल का एेलान
कमेटी के संयोजक और एसएफआइ के प्रदेशाध्यक्ष शहनवाज ने कहा कि चूंकि भाजपा के छात्र मोर्चा एबीवीपी का कोई आधार नहीं है, इसलिए सरकार अप्रत्यक्ष चुनाव व प्रशासनिक मदद से उसे जिताना चाहती है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।
यह भी पढें: 15 साल की उम्र तक दो शादियां व बनी जुड़वां बच्चों की मां, फिर साकार किया सपना
एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष दिवांशु बुद्धिराजा ने कहा कि छात्र चुनावों की आड़ में शिक्षण संस्थाओं को खरीद-फरोख्त का अड्डा बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। इस दौरान एआइएसए प्रधान अमन रतिया, जीबीएसओ प्रधान सुमित चौधरी, एचएसयू प्रधान मंजीत और एआइडीएसओ के अध्यक्ष उमेश कुमार ने भी प्रत्यक्ष चुनाव ने भी अप्रत्यक्ष चुनाव का विरोध किया।
छात्र संघ चुनाव का दिन फाइनल नहीं : सीएम
शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा द्वारा 12 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में चुनाव कराने की घोषणा के विपरीत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अभी चुनाव की कोई तिथि फाइनल नहीं है। विश्वविद्यालयों की रिपोर्ट आने के बाद ही इस संबंध में कोई घोषणा होगी। उन्होंने साफ कहा कि इस साल लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक अप्रत्यक्ष चुनाव ही होंगे। अगले साल से प्रत्यक्ष चुनाव कराने की योजना है।