ऑपरेशन शील्ड: हरियाणा के सभी जिलों में कल शाम होगी मॉक ड्रिल, परखी जाएगी युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी
हरियाणा राज्य में शनिवार को ऑपरेशन शील्ड के तहत हवाई हमलों और ड्रोन हमलों से निपटने की तैयारी का जायजा लिया जाएगा। शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक नागरिक सुरक्षा अभ्यास होगा जिसमें 32 हजार स्वयंसेवक भाग लेंगे। गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह अभ्यास आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हवाई हमलों और ड्रोन हमलों को पूरी तरह विफल करने के बाद एक बार फिर से युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारियां परखी जाएंगी।
शनिवार को पूरे प्रदेश में ऑपरेशन शील्ड के तहत हवाई हमलों और ड्रोन हमलों से निपटने की तैयारी जांची जाएगी। सभी जिलों में शाम पांच से रात नौ बजे तक नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया जाएगा, जिसमें 32 हजार नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक शामिल होंगे।
सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के पास रात आठ से सवा आठ बजे तक 15 मिनट तक ब्लैकआउट किया जाएगा। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को माक ड्रिल करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन बाद में इसे अचानक स्थगित कर दिया गया। गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से माक ड्रिल की कार्ययोजना साझा करते हुए बताया कि राज्य की आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया जा रहा है।
राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर इस अभ्यास का उद्देश्य मौजूदा आपातकालीन तंत्र का परीक्षण करना, नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के बीच समन्वय में सुधार करना और उन क्षेत्रों की पहचान करना है, जिन्हें मजबूत करने की आवश्यकता है। इससे किसी भी संकट के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सकेगी।
अभ्यास में सिविल डिफेंस वार्डन, पंजीकृत स्वयंसेवक और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स सहित युवा संगठनों को बड़े पैमाने पर शामिल किया जाएगा, ताकि आपातकालीन परिदृश्यों में सहायता की जा सके।प्रमुख घटकों में हवाई हमलों और मानव रहित हवाई वाहनों (ड्रोन) के झुंड जैसे हवाई खतरों का जवाब देना, हवाई हमले के सायरन को सक्रिय करना और भारतीय वायु सेना के साथ स्थापित नियंत्रण कक्ष संचार हाटलाइन का परीक्षण करना शामिल है।
शाम को नियंत्रित ब्लैकआउट रखा जाएगा, जिसमें अस्पताल, अग्निशमन केंद्र और पुलिस स्टेशन जैसी आवश्यक आपातकालीन सेवाएं शामिल नहीं होंगी।डा. मिश्रा ने बताया कि यह अभ्यास घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आइआरएस) के अनुरूप है, जिसे हरियाणा ने 28 जनवरी को अधिसूचित किया था।
उन्होंने सभी उपायुक्तों, जो जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के अध्यक्ष भी हैं, के साथ-साथ आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को अपने अधिकार क्षेत्र में अभ्यास की सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कमांडेंट जनरल होम गार्ड्स और निदेशक नागरिक सुरक्षा हरियाणा को विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, जिसे राज्य स्तरीय समीक्षा के लिए संकलित किया जाएगा और गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा।

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