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    नायब सैनी ने सदन में जमकर की हुड्डा की तारीफ, नई परंपरा देख विपक्ष के नेता हो गए हैरान

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 06:00 PM (IST)

    हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने हुड्डा के राजनीतिक अनुभव और प्र ...और पढ़ें

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    हरियाणा: CM सैनी ने की हुड्डा की प्रशंसा, मिलकर काम करने की पेशकश भी की।

    अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बृहस्पतिवार को सदन में एक नई परपंरा की शुरुआत हुई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनकी दिल खोलकर तारीफ की। नायब सैनी ने हुड्डा को राजनीतिक अनुभव, विधायी कार्यों के प्रति गंभीर और गहन प्रशासनिक समझ का प्रतीक बताते हुए उनके राजनीतिक सफर का जबरदस्त तरीके से महिमामंडन किया।

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    मुख्यमंत्री की इस दरियादिली को देखकर विपक्ष के विधायक भी हैरान रह गये। स्वयं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को यकीन नहीं हुआ कि सदन के नेता के नाते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उनकी इतनी दमदार और गंभीर तारीफ कर रहे हैं। नायब सैनी ने कहा कि यदि अनुभव (हुड्डा) और ऊर्जा (नायब) मिलकर काम करें, तो जनहित के बड़े लक्ष्य आसानी से हासिल किए जा सकते हैं।

    विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने सदन में अधिकृत रूप से जानकारी दी कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विपक्ष का नेता बनाया गया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से ऐसा प्रस्ताव आया था। अपने संबोधन की बारी आने पर विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री की दरियादिली की सराहना की। हुड्डा ने कहा कि वे पहले भी कई बार विपक्ष के नेता रह चुके हैं, लेकिन इस बार विपक्ष के नेता पद को इतना सम्मान देने की परंपरा अच्छी लगी।

    मुख्यमंत्री जब हुड्डा की तारीफ कर रहे थे, तब राज्य सरकार के कई मंत्री व विधायक मुस्कुरा रहते थे। यही स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रणाली है, जहां राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन व्यक्तिगत मनभेद नजर नहीं आते। खुद हुड्डा ने कहा कि मतभेद तो परिवार में भी होते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होने चाहियें।

    हरियाणा के चार बार सांसद, छह बार विधायक, दो बार मुख्यमंत्री और दो बार विपक्ष के नेता रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा करीब सवा साल के लंबे इंतजार के बाद तीसरी बार विपक्ष के नेता बने हैं। अब से पहले जितने भी सदन चले, वह विपक्ष के नेता के बिना ही संचालित हुए।

    सवा साल में यह पहला मौका है, जब भूपेंद्र हुड्डा अधिकृत रूप से विपक्ष के नेता के रूप में सदन में विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिढा की बगल में बैठे। सत्र की कार्यवाही आरंभ होते ही भाजपा सरकार के सीनियर मंत्री अनिल विज ने भूपेंद्र हुड्डा को विपक्ष का नेता बनने पर शेर के माध्यम से बधाई दी। विज ने कहा, ‘हवाएं लाख मुखालिफ हों, मगर तय है, दीया वहीं जलेगा, जो अपनी जिद पर अडा है’।

    मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 15वीं विधानसभा को विपक्ष के नेता के रूप में भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे वरिष्ठ एवं अनुभवी नेता मिले हैं। हुड्डा हरियाणा की राजनीति का एक ऐसा नाम हैं, जो राजनीतिक अनुभव और लोकतांत्रिक प्रणाली के प्रतीक हैं। उन्होंने छात्र राजनीति से लेकर विधानसभा व संसद तक हर मंच पर सक्रिय भूमिका निभाई है।

    उनका संसदीय अनुभव, विधायी प्रक्रियाओं की गहरी समझ और विषयों पर मजबूत पकड़, सरकार और विपक्ष दोनों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। अनिल विज ने हंसी ठिठोली करते हुए पहले तो हुड्डा को बधाई दी और फिर कहा कि विपक्ष का नेता बनने की उनकी जिद जीत गई, मगर एसआर (सैलजा-रणदीप) हार गए।

    सरकार सदन में विपक्ष को बोलने का मौका दे

    नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा आज विकास के एक नए दौर से गुजर रहा है। प्रदेश की जनता ने हमें ‘नान स्टाप’ सेवा और सुशासन की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश की इस विकास यात्रा में सरकार और विपक्ष दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की पहल का स्वागत करते हुए विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जनता तय करती है कि सदन में किसे कहां बैठाना है।

    लेकिन सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, दोनों को भेजती जनता ही है। इसलिए जनता के प्रति दोनों की जिम्मेदारी होती है। कई बार ऐसा होता है कि सदन में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता। विपक्ष के नाते हमारी सरकार से अपेक्षा है कि वह जनहित के मुद्दों को उठाने में बाधा पैदा न करे और उनका समाधान कराए।

    अनिल विज और भूपेंद्र हुड्डा में कौन सीनियर

    सदन में उस समय हंसी का माहौल बन गया, जब सीनियर मंत्री अनिल विज ने कहा कि वे भूपेंद्र सिंह हुड्डा से वरिष्ठ हैं, क्योंकि हुड्डा से एक साल पहले वे विधायक बन गये थे। इस पर हुड्डा ने कहा कि आप सीधे विधायक बने हो, मैं पहले पंचायत का सदस्य बना, उसके बाद विधायक बना। इसलिए मैं ज्यादा सीनियर हुआ।

    भूपेंद्र हुड्डा ने नायब सैनी के महिमा मंडन से गदगद होकर कहा कि लोकहित में मनभेद नहीं होने चाहिएं। विपक्ष की ओर से हम केवल राजनीतिक मतभेद तक ही अपने आपको सीमित रखेंगे और यही आशा सत्ता पक्ष से भी है, इस तरह हम जनता की बेहतर तरीके से सेवा कर सकेंगे।