स्वर कोकिला के निधन पर संगीत प्रेमियों के दिल आहत
ए मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जैसे गीत गायक के नहीं रहने से लोग निराश।
संवाद सहयोगी, घरोटा : ए मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जैसे गीत को गाने वाली गायिका व स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर संगीत प्रेमियों व उनके चाहने वाले आहत हैं। लता मंगेशकर का जाना सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के रविवार को हुए निधन पर संगीत में रुचि रखने वाले लोगों ने अत्यंत दुख व्यक्त किया। उनकी ओर से दिवंगत आत्मा को ईश्वर से अपने चरणों में लेने की प्रार्थना की।
वंदना ठाकुर ने कहा कि लता मंगेशकर के जाने का दुख शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते है। उसने कहा कि उन्होंने 8 दशक तक बालीवुड में राज किया है। उनकी मधुर वाणी पर हर अभिनेता व अभिनेत्री कायल रहे। छोटी सी आयु में ही लता मंगेशकर ने आसमान की बुलंदियों को छुआ था।
समाज सेवक धीरज सच्चर ने स्वर लहरियों के सरताज लता मंगेशकर के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लता मंगेशकर के जाने से संगीत जगत में अपूर्णीय क्षति हुई है। उनके जाने से सुरीले युग का अंत हुआ है ।
गुरविदर सिंह लक्की ने कहा कि लता मंगेशकर के जाने से सिर्फ भारत के ही लिए नहीं बल्कि विश्व के लिए अपूरणीय क्षति हुई है। भारत का नाम रोशन करने वाली भारत की गायिका लता मंगेशकर ने संगीत की दुनिया में भारत देश का नाम रोशन किया है।
जगजीत सिंह कुकू ने कहा कि लता मंगेशकर ने देशभक्ति के गीतों से बच्चों में उत्साह बढाया था। वहीं शास्त्रीय संगीत की धनी लता के जाने से हुई क्षति को पूर्ण करना असंभव सा लगता है।
कंस राज सैनी ने कहा कि गीत जगत को ही नहीं बल्कि पूरे देश को अपूरणीय क्षति हुई है। संगीत के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान को आने वाली पीढि़यां सदैव याद करने हुए प्रेरणा ग्रहण करेंगी।
अमनदीप कालिया ने कहा कि लता मंगेशकर के जाने से भारत में ही नहीं पूरे विश्व में शोक की लहर है। उनका दुनिया से चले जाना कभी ना पूरे होने वाला घाटा है। लता मंगेशकर ने अपने सुरों के जादू से पूरे विश्व को मोहित कर दिया है। देश विदेश में उनके प्रशंसक उनके निधन से बहुत दुखी है।
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