Updated: Sat, 02 Aug 2025 07:48 PM (IST)
पंचकूला में राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुभारंभ किया। पहले चरण में 836 पदकों के लिए मुकाबले होंगे फिर अगस्त में दूसरा चरण होगा। कुल 26 खेलों में 15 हजार से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच है और हरियाणा को खेल राजधानी बनाने का लक्ष्य है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। खेल भावना और युवा ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में छठे राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का भव्य आगाज हुआ। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कबड्डी मैच की शुरुआत कर खेल महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ करते हुए प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
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खेल महाकुंभ के पहले चरण में सोमवार तक 836 पदकों के लिए मुकाबले होंगे। इसके बाद अगस्त के अंतिम सप्ताह में दूसरा चरण शुरू होगा जिसमें 1266 पदकों के लिए खिलाड़ी पसीना बहाएंगे। इस तरह, दोनों चरणों में कुल 26 खेलों में 15 हजार 410 खिलाड़ी 2102 पदकों के लिए दम दिखाएंगे। कुल चार जिलों में मुकाबले होंगे।
पंचकूला में एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबाल, हैंडबाल और हाकी, फरीदाबाद में शूटिंग और ताइक्वांडो, रोहतक में बाक्सिंग, नेटबाल और फुटबाल तथा सोनीपत में लान टेनिस की प्रतियोगिताएं होंगी। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं के सपनों को उड़ान देने का सशक्त मंच है।
ऐसे आयोजन से न सिर्फ खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर पहचान मिलती है बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयार किया जाता है। पूरा विश्वास है कि वर्ष 2036 के ओलिंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी देश के लिए सर्वाधिक पदक जीतकर भारत को वैश्विक मंच पर गौरव दिलाएंगे।
हमारा दीर्घकालिक उद्देश्य केवल हरियाणा को भारत की खेल राजधानी बनाना नहीं, बल्कि उसे विश्व की खेल राजधानी के रूप में स्थापित करना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष खेल महाकुंभ के बाद राज्यस्तरीय अखाड़ा दंगल, मुक्केबाजी, वालीवाल, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी, बास्केटबाल, ताइक्वांडो, जिम्नास्टिक्स, हैंडबाल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
इस समय प्रदेश में 1489 खेल नर्सरियां संचालित हैं, जिनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में नामांकित आठ से 14 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों को 1500 रुपये तथा 15 से 19 वर्ष की आय आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सबसे अधिक नकद पुरस्कार देता है। अब तक खिलाड़ियों को 593 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए हैं।
इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 298 खिलाड़ियों को मानदेय भी दिया जा रहा है। वर्ष 2014 से अब तक 29 हजार से अधिक छात्रों को 53 करोड़ 45 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। 15 हजार 634 खिलाड़ियों को उपकरण प्रदान किए जा चुके हैं।
दस साल में खेल और खिलाड़ियों पर खर्चे 600 करोड़ रुपये
खेल तथा युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्यमंत्री गौरव गौतम ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को गांव और जिला स्तर तक ले जाकर प्रतिभाओं को तराशने का कार्य कर रही है।
ओलिंपिक 2036 को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स साइंस और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग सुविधाएं दी जा रही हैं।
कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में खेलों पर केवल 33 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि वर्तमान सरकार वर्ष 2014 से 2024 तक 600 करोड़ रुपये खिलाड़ियों और खेलों पर खर्च कर चुकी है।
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