सीमा के सपूत तैयार, पंचकूला के भानू से उठी 228 जवानों की गर्जना, ITBP को मिला नया जोश
आईटीबीपी भानु में 491वें कॉन्स्टेबल बैच का दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया। 228 जवानों ने 44 सप्ताह का कठोर प्रशिक्षण पूरा कर देश सेवा की शपथ ली। दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह का, जहां भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कठोर ट्रेनिंग पूरी कर जब जवान परेड मैदान में पहुंचे तो परिजनों की आंखें खुशी से नम हो उठीं।

भानु में आयोजित पासिग आउट परेड में हिस्सा लेते आईटीबीपी के जवान।
आईटीबीपी भानु में 491वें कांस्टेबल बैच का दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह संपन्न44 हफ्तों की तपस्या का फल: भानु में गूंजा ‘जय हिन्द’, 491वां बैच हुआ राष्ट्र को समर्पित
जागरण संवाददाता, पंचकूला। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) को सोमवार को 228 नए सैनिक मिल गए। 44 सप्ताह के कठोर एवं बहुआयामी प्रशिक्षण के बाद 198 पुरुष एवं 30 महिला सिपाहियों ने देश सेवा की शपथ ली।
अवसर था प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र भानु में 491वें काॅन्स्टेबल (जीडी) महिला एवं पुरुष बैच का दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह का, जहां भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कठोर ट्रेनिंग पूरी कर जब जवान परेड मैदान में पहुंचे तो परिजनों की आंखें खुशी से नम हो उठीं।
महीनों बाद बेटे-बेटियों को वर्दी में देखकर अभिभावकों ने गर्व और भावनाओं से झिलमिलाते चेहरों के साथ सलामी दी। परिवार से मिलते ही कई जवानों की आंखों से आंसू छलक पड़े।समारोह में संजय गुंज्याल, आईपीएस, कार्यवाहक अपर महानिदेशक, वेस्टर्न कमांड, चंडीगढ़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि संजय गुंज्याल ने नव-दीक्षित जवानों को बधाई देते हुए कहा कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल न केवल सीमाओं की सुरक्षा, बल्कि आपदा प्रबंधन, आंतरिक सुरक्षा और मानवीय सहायता कार्यों में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अर्जित अनुशासन, समर्पण और व्यावसायिक दक्षता उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देंगे।
समारोह में प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों को मुख्य अतिथि द्वारा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस दीक्षांत समारोह के साथ प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भानु ने एक और सक्षम, अनुशासित और समर्पित बैच राष्ट्र सेवा को समर्पित किया।

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