IPS Puran Suicide: 8 IPS, 2 IAS और DGP पर गंभीर आरोप; इस वजह से भी थे तनाव में; सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा?
हरियाणा के एडीजीपी वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें एक डीजीपी भी शामिल हैं। उन्होंने जातिवाद, पोस्टिंग में भेदभाव और प्रशासनिक दखल जैसे मुद्दों का उल्लेख किया।
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IPS Puran Suicide: आईपीएस पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा?
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा के एडीजीपीरैंक के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। इस आत्महत्या के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित सेक्टर-11 की कोठी नंबर 116 में खुद को गोली मारने से पहले वाई पूरन कुमार ने आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।
एक डीजीपी पर बेवजह नोटिस भेजकर परेशान करने, सात-आठ आईपीएस और दो आईएएस अधिकारियों पर उनके खिलाफ प्रशासनिक दखल और भेदभाव के आरोप लगाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार सबसे ज्यादा आरोप पूर्व डीजीपी पर हैं। सुसाइट नोट में उन्होंने जातिवाद, पोस्टिंग में भेदभाव, एसीआर में गड़बड़ी, सरकारी आवास नहीं मिलने और प्रशासनिक शिकायतों के साथ लिटिगेशन के चलते परेशान होने की बात कही है।
वाई पूरन कुमार दलित अधिकारी थे और अपने उत्पीड़न के विरुद्ध अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग तक पहुंचे थे। पता चला है कि आत्महत्या करने से पहले उन्होंने जो सुसाइड नोट लिखा, उसे अपने करीबी कुछ अधिकारियों और पत्नी को अलग से भेजा था।
इसलिए भी तनाव में थे वाई पूरन कुमार
वाई पूरन कुमार अपने पूरे सर्विस काल में अधिकतर समय कम महत्व के पदों पर कार्यरत रहे। लंबे समय के बाद उन्हें रोहतक के आइजी पद पर नियुक्ति मिली थी, लेकिन वह भी ज्यादा समय नहीं चल सकी। बताया जाता है कि उनके विरुद्ध रोहतक के एक शराब कारोबारी ने शिकायत की, जिसके आधार पर रोहतक के ही एक पुलिस कर्मचारी को पकड़ा गया, जिसने वाई पूरन कुमार की कार्यप्रणाली और प्रापर्टी को लेकर ऐसे खुलासे किए, जिससे वे तनाव में चल रहे थे।
अभी तक नहीं मिला लैपटॉप
चंडीगढ़ पुलिस ने घर में मृतक आइपीएस अधिकारी का लैपटॉप तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला। एक लेपटाप बरामद हुआ, जिसे बेटी ने अपना बताया। अमनीत पी कुमार के जापान दौरा बीच में छोड़कर चंडीगढ़ लौटते ही मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी सहित सीनियरआइएएस जी अनुपमा और केएमपांडुरंग सहित अन्य अधिकारी उनके निवास पर पहुंचे।
झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल भी मिलने गई। मुख्य सचिव के साथ मुलाकात के बाद अमनीत पी कुमार सेक्टर-11 स्थित उस आवास में पहुंची, जहां वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या की थी। इसके बाद वह सेक्टर-16 स्थित सरकारी अस्पताल पहुंची, जहां शव रखा गया है। बताया जाता है कि मुख्य सचिव के समक्ष अमनीत पी कुमार ने दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
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