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    IPS Puran Suicide: 'किसी निर्दोष को बलि...', रोहतक के पूर्व SP के समर्थन में उतरीं खाप पंचायतें; जांच की मांग की

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 11:33 PM (IST)

    आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में खाप पंचायतें एसपी नरेंद्र बिजरानिया के समर्थन में उतरीं। अहलावत खाप के नेतृत्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की गई। खाप प्रतिनिधियों ने बिजरानिया के कार्यों की सराहना की और बिना जांच कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने रिश्वत प्रकरण की निष्पक्ष जांच और मामले को जातिगत रंग देने के प्रयासों का विरोध किया।

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    रोहतक के पूर्व SP के समर्थन में उतरीं खाप पंचायतें। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, रोहतक। आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में खाप पंचायतें, व्यापारिक, छात्र एवं सामाजिक संगठन रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजरानिया के समर्थन में एकजुट हो गए हैं। रविवार को अहलावत खाप के प्रधान जय सिंह अहलावत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम आशीष वशिष्ठ को प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय एवं निष्पक्ष जांच की मांग की।

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    रविवार सुबह एसपी आवास के सामने स्थित मानसरोवर पार्क में प्रदेशभर की खाप पंचायतों के प्रतिनिधि, विभिन्न गांवों के सरपंच, छात्र संगठन व सामाजिक कार्यकर्ता एकत्र हुए। इस दौरान मामले पर खुलकर चर्चा हुई। सभी का मत था कि घटना की निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए। इसके बाद खाप प्रतिनिधि प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और एसडीएम आशीष कुमार के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि यह घटना अत्यंत दुखद है और पूरे प्रदेश को झकझोर देने वाली है।

    किसी भी दोषी को कानून के अनुसार सजा मिले, परंतु किसी निर्दोष को बलि का बकरा न बनाया जाए। प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने बिना जांच के ही एसपी नरेंद्र बिजरानिया के विरुद्ध कार्रवाई कर दी, जो रूल आफ नेचुरल जस्टिस के सिद्धांतों के विपरीत है। खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि एसपी बिजरानिया ने जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाई है और उनके कार्यों की सराहना कई जनप्रतिनिधियों ने भी की है।

    ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि थाना अर्बन एस्टेट में दर्ज रिश्वत प्रकरण की जांच निष्पक्ष रूप से की जाए, ताकि किसी भी दोषी को बख्शा न जाए और किसी निर्दोष को सजा न मिले। साथ ही प्रतिनिधियों ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व इस मामले को जातिगत रंग देने का प्रयास कर रहे हैं, जिन पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि समाज में शांति और भाईचारा बना रहे। पंचायत प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि डीसी के मार्फत ज्ञापन को हरियाणा सरकार तक पहुंचाकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।