आईपीएस आत्महत्या Vs एएसआई आत्महत्या: कौन सच्चा कौन झूठा; अब ऐसे निकलेगी सच्चाई
चंडीगढ़ में, भ्रष्टाचार के मामले में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार और एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्याओं ने मामले को उलझा दिया है। संदीप लाठर ने अपनी मौत से पहले आईपीएस और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए, जिससे जांच की दिशा बदल गई है। हरियाणा सरकार के लिए सच्चाई सामने लाना एक चुनौती है, क्योंकि दोनों आत्महत्याएं रिश्वत कांड से जुड़ी हैं। चंडीगढ़ और हरियाणा पुलिस दोनों एसआईटी गठित कर जांच कर रही हैं।

आत्महत्या से पहले जारी वीडियो में संदीप लाठर ने आईपीएस वाई पूरन कुमार के साथ ही उनकी आईएएस पत्नी अमनीत कुमार पर लगाए हैं गंभीर आरोप।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भ्रष्टाचार के मामले में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद रोहतक में एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या से गुत्थी और उलझ गई है। आत्महत्या से पहले जारी वीडियो में संदीप लाठर ने आईपीएस और उनकी आईएएस पत्नी अमनीत कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही जांच की दिशा भी बदल गई है। अब दोतरफा जांच होगी, जिससे वाई पूरन कुमार के परिवार के मुश्किलें बढ़नी तय हैं।
आईपीएस की आत्महत्या प्रकरण में नया मोड़ आने के बाद पद से हटाए गए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारनिया को भी राहत मिल सकती है। आरोप-प्रत्यारोपों के बीच सच्चाई को सामने लाना हरियाणा सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी।
आठ दिन में दो आत्महत्याओं ने पुलिस विभाग को हिला कर रख दिया है। पहले वाई पूरन कुमार और अब एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों आत्महत्याओं के तार एक ही रिश्वत कांड से जुड़े हुए हैं। जांच में यह सामने लाना किसी चुनौती से कम नहीं है कि कौन सच्चा है और कौन झूठा है।
वाई पूरन कुमार की आत्महत्या की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने छह सदस्यीय एसआईटी बनाई है, जबकि एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या जांच के लिए भी हरियाणा सरकार एसआईटी बना सकती है। मामला नहीं सुलझा तो पूरे केस की जांच सीबीआई को दी जा सकती है। छह अक्टूबर को रोहतक में संदीप लाठर ने ही वाई पूरन कुमार के पीएसओ सुशील को ढाई लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह पूरन कुमार के कहने पर शराब कारोबारी से यह रिश्वत ले रहा था।
शराब कारोबारी को एक गैंगस्टर ने धमकाया था, जिसके बाद उसने आईजी पूरन कुमार से मदद मांगी थी। पीएसओ सुशील के इस कबूलनामे की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई थी। इसके अगले ही दिन यानी सात अक्टूबर को वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने सुसाइड नोट में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और राेहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित 15 आईएएस-आईपीएस अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए।
इसके बाद से ही परिजन आरोपित अधिकारियों पर नामजद एफआईआर दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दे रहे। मंगलवार को आत्महत्या से पहले जारी वीडियो और सुसाइड नोट में एएसआई संदीप लाठर ने वाई पूरन कुमार को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी आईएएस पत्नी अमनीत कुमार पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाकर उनके लिए मुश्किल बढ़ा दी हैं। साथ ही पीएसओ सुशील के हवाले से दावा किया है कि रिश्वत के ढाई लाख रुपये उनकी बेटी को दिए गए थे।
चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी के समानांतर हरियाणा पुलिस भी करेगी जांच
वाई पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के छह अधिकारियों की एसआईटी रोहतक में डेरा डाले हुए है। एएसआई की आत्महत्या के बाद अब हरियाणा पुलिस ने भी इस मामले में समानांतर जांच शुरू कर दी है।
एएसआई की आत्महत्या से बदला माहौल
एएसआई की आत्महत्या के बाद मंगलवार को हालात भी बदले नजर आए। आईपीएस की मौत को दलित प्रताड़ना से जोड़कर लगातार मोर्चा खोले हुए राजनेता और विभिन्न संगठन बैकफुट पर दिखाई दिए। जैसे ही एएसआई का वीडियो और सुसाइड नोट इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने चुप्पी साध ली। पुलिस महकमे के कई अधिकारी और कर्मचारी शत्रुजीत कपूर और नरेंद्र बिजारनिया के पक्ष में खड़े हो गए हैं।
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