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    ASI संदीप की सुसाइड से उलझी पूरन आत्महत्या मामले की गुत्थी, मुश्किल में IPS का परिवार; जांच की दिशा भी बदली

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 08:08 PM (IST)

    एएसआई ने सुसाइड नोट में कई आईएएस-आईपीएस अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद परिजनों ने एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग की है। एएसआई ने वाई पूरन कुमार और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी के साथ हरियाणा पुलिस भी जांच कर रही है। एएसआई की आत्महत्या के बाद माहौल बदल गया है, और कई अधिकारी आरोपितों के समर्थन में आ गए हैं।

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    ASI संदीप के आरोप के बाद बदली जांच की दिशा। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भ्रष्टाचार के मामले में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद रोहतक में एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या से गुत्थी और उलझ गई है। आत्महत्या से पहले जारी वीडियो में संदीप लाठर ने आईपीएस और उनकी आईएएस पत्नी अमनीत कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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    इसके साथ ही जांच की दिशा भी बदल गई है। अब दोतरफा जांच होगी, जिससे वाई पूरन कुमार के परिवार के मुश्किलें बढ़नी तय हैं। आरोप-प्रत्यारोपों के बीच सच्चाई को सामने लाना हरियाणा सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। आठ दिन में दो आत्महत्याओं ने पुलिस विभाग को हिला कर रख दिया है। पहले वाई पूरन कुमार और अब एएसआइ संदीप लाठर की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों आत्महत्याओं के तार एक ही रिश्वत कांड से जुड़े हुए हैं।

    जांच में यह सामने लाना किसी चुनौती से कम नहीं है कि कौन सच्चा है और कौन झूठा है। वाई पूरन कुमार की आत्महत्या की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने छह सदस्यीय एसआइटी बनाई है, जबकि एएसआइ संदीप लाठर की आत्महत्या जांच के लिए भी हरियाणा सरकार एसआइटी बना सकती है। मामला नहीं सुलझा तो पूरे केस की जांच सीबीआइ को दी जा सकती है। छह अक्टूबर को रोहतक में संदीप लाठर ने ही वाई पूरन कुमार के पीएसओ सुशील को ढाई लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।

    पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह पूरन कुमार के कहने पर शराब कारोबारी से यह रिश्वत ले रहा था। शराब कारोबारी को एक गैंगस्टर ने धमकाया था, जिसके बाद उसने आइजी पूरन कुमार से मदद मांगी थी। पीएसओ सुशील के इस कबूलनामे की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई थी। इसके अगले ही दिन यानी सात अक्टूबर को वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

    उन्होंने सुसाइड नोट में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और राेहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया सहित 15 आइएएस-आइपीएस अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए। इसके बाद से ही परिजन आरोपित अधिकारियों पर नामजद एफआइआर दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दे रहे।

    मंगलवार को आत्महत्या से पहले जारी वीडियो और सुसाइड नोट में एएसआइ संदीप लाठर ने वाई पूरन कुमार को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी आइएएस पत्नी अमनीत कुमार पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाकर उनके लिए मुश्किल बढ़ा दी हैं। साथ ही पीएसओ सुशील के हवाले से दावा किया है कि रिश्वत के ढाई लाख रुपये उनकी बेटी को दिए गए थे।

    चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी के समानांतर हरियाणा पुलिस भी करेगी जांच वाई पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के छह अधिकारियों की एसआइटी रोहतक में डेरा डाले हुए है। एएसआइ की आत्महत्या के बाद अब हरियाणा पुलिस ने भी इस मामले में समानांतर जांच शुरू कर दी है।

    एएसआइ की आत्महत्या से बदला माहौल एएसआइ की आत्महत्या के बाद मंगलवार को हालात भी बदले नजर आए। आइपीएस की मौत को दलित प्रताड़ना से जोड़कर लगातार मोर्चा खोले हुए राजनेता और विभिन्न संगठन बैकफुट पर दिखाई दिए। जैसे ही एएसआइ का वीडियो और सुसाइड नोट इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने चुप्पी साध ली। पुलिस महकमे के कई अधिकारी और कर्मचारी शत्रुजीत कपूर और नरेंद्र बिजारनिया के पक्ष में खड़े हो गए हैं।