हरियाणा में 3 साल में 8193 श्रमिक परिवारों को मनरेगा में मिला काम, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने बताया कि मनरेगा के तहत हरियाणा में वर्ष 2022 से 2025 तक 8193 श्रमिक परिवारों क ...और पढ़ें

तीन साल में हरियाणा के 8193 श्रमिक परिवारों को मनरेगा में काम। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मनरेगा का नाम बदलने से लेकर योजना में सही कार्य नहीं होने का आरोप लगाकर जहां कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार को घेरने में लगे हैं, वहीं संसद के शीतकालीन सत्र में स्पष्ट कर दिया गया है कि सरकार सही दिशा में काम कर रही है।
हरियाणा से भाजपा की राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी की ओर से पूछे गए सवाल में केंद्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने सभी राज्यों का बजट और श्रम रोजगार की संख्या को सार्वजनिक किया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना (मनरेगा) के तहत हरियाणा में वर्ष 2022 से 2025 तक 8193 श्रमिक परिवारों को रोजगार दिया गया, जो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले कागजों पर श्रमिक दिखाकर भुगतान किया जाता था, लेकिन अब जियो टैगिंग प्रणाली को अपनाकर सीधे श्रमिकों को खाते में रकम डाली जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसे राज्य सरकार की मदद से और भी पारदर्शी बनाते हुए रोजगार दिवस बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार कार्य दिवस बढ़ाने के लिए उल्लेखनीय प्रयास कर रही है।
कमलेश पासवान ने माना कि कुछ राज्यों की तुलना में हरियाणा को बजट जरूर कम मिला पर जो रकम मिली, उससे योजना पर ईमानदारी के साथ काम किया गया। 15 दिन के अंदर भुगतान प्रणाली को हरियाणा ने पूरी तरह से अपनाया है। किसी कारण विलंब हुआ तो रोजगार पाने वाले श्रमिकों को मुआवजा भी दिया गया।
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हरियाणा को जारी गई केंद्र से निधि
वर्ष- राशि
2020- 21--- 764.55 करोड़
2021- 22 - 723.73 करोड़
2022-23 - 373.99 करोड़
2023- 24 - 487.87 करोड़
2024- 25 -- 590.19 करोड़
सक्रिय श्रमिक जो हुए लाभान्वित
वित्तीय वर्ष - सक्रिय श्रमिक संख्या - वह परिवार जिन्हें मिला सौ दिन का रोजगार
2022-23 ---806439 --- 3447
2023-24 ---806439-- 2555
2023-24 --806422 - 2191

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