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    CET Update: HSSC ने सीईटी उम्मीदवारों को दी बड़ी राहत, 28 अक्तूबर तक खुला करेक्शन पोर्टल

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 05:15 PM (IST)

    हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने सीईटी परीक्षा में भाग लेने वाले उन युवाओं को राहत दी है जो दस्तावेज ठीक नहीं कर पाए थे। पोर्टल अब 28 अक्टूबर तक खुला रहेगा। यह सुविधा केवल आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए है जिन्होंने सामान्य श्रेणी में आवेदन किया था। एचएसएससी ने भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है और केवल आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी लेने का आग्रह किया है।

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    केवल अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए खोला गया है करेक्शन पोर्टल (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। तृतीय श्रेणी पदों की भर्ती के लिए 26-27 जुलाई को आयोजित सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) में शामिल हुए युवाओं को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने राहत दी है, जो करेक्शन पोर्टल पर अपने दस्तावेज ठीक नहीं कर पाए।

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    पहले 17 से 24 अक्टूबर तक करेक्शन पोर्टल खोला गया था, लेकिन बड़ी संख्या में युवा दस्तावेजों की गड़बड़ी ठीक नहीं करा पाए। इसके चलते एचएसएससी ने अब पोर्टल को 28 अक्टूबर तक के लिए खोल दिया है। मंगलवार रात 11:59 मिनट तक दस्तावेज ठीक कराए जा सकेंगे।

    एचएसएससी चेयरमैन हिम्मत सिंह ने स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी इस अवधि में अपने आवेदन की जानकारी में आवश्यक सुधार अवश्य कर लें ताकि परिणाम जारी करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जा सके। 28 अक्टूबर के बाद किसी भी स्थिति में अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा।

    साथ ही करेक्शन पोर्टल को लेकर इंटरनेट मीडिया तथा अन्य माध्यमों पर फैलाए जा रहे भ्रम को लेकर कहा कि कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर गलत सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    उन्होंने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में करेक्शन पोर्टल केवल अनुसूचित जाति (एससी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के उन अभ्यर्थियों के लिए खोला गया है, जिन्होंने वैध प्रमाणपत्र के अभाव में अपना आवेदन सामान्य श्रेणी में जमा किया था।

    ऐसे अभ्यर्थी जो उपरोक्त तीन आरक्षित श्रेणियों से संबंधित हैं तथा जिनके पास अब वैध प्रमाणपत्र उपलब्ध है, उन्हें अपने मूल आरक्षित श्रेणी में सुधार करने का एकमात्र अवसर प्रदान किया गया है। यह सुविधा केवल प्रमाणपत्र आधारित श्रेणी परिवर्तन के लिए है तथा किसी अन्य प्रकार के सुधार की अनुमति नहीं है।

    हिम्मत सिंह ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा एक वायस रिकॉर्डिंग को संपादित कर, तोड़-मरोड़ कर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर गलत सूचना फैलाने का कार्य किया जा रहा है।

    आयोग ऐसी गतिविधियों की कड़ी निंदा करता है तथा अभ्यर्थियों से अनुरोध करता है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट www.hssc.gov.in तथा आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से ही सूचनाएं प्राप्त करें। किसी को भी उच्च न्यायालय के आदेशों पर कोई टिप्पणी करने से बचना चाहिए। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें तथा केवल सत्यापित सूचना पर ही विश्वास करें।