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    हनीप्रीत व गुरमीत के काई राज बेपर्दा, सरकार के तख्ता पलट की रची थी साजिश

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Thu, 30 Nov 2017 02:04 PM (IST)

    हनीप्रीत व गुरमीत राम रहीम ने बड़ी साजिश रची थी। गुरमीतके दोषी करार दिए जाने के बाद हिंसा की साजिश भी हनीप्रीत ने ही रची थी। यह खुलासा पुलिस ने डिस्क्लोजर रिपोर्ट में किया है।

    हनीप्रीत व गुरमीत के काई राज बेपर्दा, सरकार के तख्ता पलट की रची थी साजिश

    पंचकूला, [राजेश मलकानियां]। गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत ने बड़ी साजिश रची थी। पंचकूला में हिंसा और देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हनीप्रीत के खिलाफ चार्जशीट के साथ दाखिल डिस्क्लोजर रिपोर्ट में कई राज बेपर्दा हो गए हैं। चार्जशीट में इस बात का जिक्र है कि डेरा प्रमुख को भगाने के हरियाणा सरकार का तख्ता पलट करने की भी साजिश रची गई थी। इस साजिश में गुरमीत राम रहीम भी शामिल था। इसके लिए कई लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी।

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    डिस्क्लोजर रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआइ की विशेष अदालत ने जैसे ही डेरा प्रमुख को दोषी करार दिया, हनीप्रीत ने अपने ड्राइवर राकेश को इशारा किया। इसके बाद अभिजीत के माध्यम से संगत को भड़काकर पंजाब और हरियाणा में आगजनी करवाई गई। डेरे की ब्लैकमनी भी उपद्रव के लिए खर्च की गई है। राकेश के नाम पर 51 लाख और सवा करोड़ रुपये चमकौर सिंह को पंचकूला में आगजनी के लिए दिए जाने की बात भी सामने आई है।

    डिस्क्लोजर रिपोर्ट कहा गया है कि 25 अगस्त को डेरा प्रमुख राम रहीम के खिलाफ यौन शोषण मामले में फैसले से पूर्व प्रशासन, राजनीतिक और ज्यूडिशयरी पर दबाव बनाने के लिए पंचकूला में लोगों को जमा किया गया था, ताकि डेरा प्रमुख के खिलाफ आदेश न सुनाए जाने का माहौल बन जाए।

    डिस्क्लोजर रिपोर्ट के अनुसार, पंचकूला के एक व्यक्ति की ओर से जनहित याचिका दाखिल करने के बाद हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को आदेश दिया था कि वह पंचकूला से अपने अनुयायियों को हटाए। साथ ही पुलिस से कहा था कि इन अनुयायियों को पंचकूला से खदेड़ा जाए।

    रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती से डेरा प्रमुख घबरा गया था। डेरा प्रमुख ने न्‍यायपालिका की आंखों में धूल झोंकने के लिए एक वीडियो 23 अगस्त की रात को बनाकर भेज दिया। इसमें वह लोगों से कह रहा था कि डेरा प्रेमी पंचकूला से चले जाएं। लेकिन डेरे के प्रमुख लोगों को आदेश दिए गए थे कि वीडियो पर विश्वास न करें और पंचकूला में डटे रहें।

    कमेटी में अमीरों के लिए जगह

    डिस्क्लोजर में बताया गया है कि डेरे की कमेटी में केवल अमीरों के लिए ही जगह होती थी। डेरा सच्चा सौदा के लिए अच्छा काम करने और पैसा खर्च करने की क्षमता रखने वालों को ही 45 सदस्यीय कमेटी और जिला अनुसार 25 सदस्य कमेटी में शामिल किया जाता था, ताकि डेरे के राज्य से संबंधित नाम चर्चा घरों का खर्चा आसानी से चल सके और डेरे को भी अच्छी आय हो सके।

    हनीप्रीत ने बुलाई थी मीटिंग

    रिपोर्ट में बताया गया है कि 25 अगस्त को कोर्ट के फैसले से पूर्व 17 अगस्त को हनीप्रीत ने डॉ. आदित्य इंसा द्वारा बनाए गए पदाधिकारियों और जिम्मेदार लोगों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में दिलावर इंसा, पवन इंसा, महेंद्र इंसा, गोविंद, जसवीर सिंह, गोपाल, सुरेंद्र धीमान गोबी राम, राकेश इंसा, राम सिंह, सीपी अरोड़ा, विक्रम, बलकार, दान सिंह शामिल थे। इसी मीटिंग में तय किया गया था कि कोर्ट का फैसला डेराप्रमुख के पक्ष में कराने के लिए सरकार और ज्यूडिशियरी पर दबाव बनाया जाए और पंचकूला में संगत को इकट्ठा किया जाए।

    महिलाओं को भडक़ाने के लिए लगी थी सुखदीप की ड्यूटी

    डिस्क्लोजर रिपोर्ट के अनुसार, सुखदीप कौर भी 17 अगस्त को मीटिंग में शामिल थी। उसकी ड्यूटी 25 अगस्त को महिलाओं और संगत को भडक़ाने की थी। सुखदीप को 3 अक्टूबर को हनीप्रीत के साथ गिरफ्तार किया गया था। कमेटी ने जिन लोगों की ड्यूटी लगाई उन्होंने 17 तारीख रात से ही अपना काम शुरू कर दिया था।

    सहानुभूति के लिए वायरल किया वीडियो

    हनीप्रीत ने लोगों की सहानुभूति लेने के लिए एक वकील की सलाह पर एक भावुक वीडियो बनाया। इसे उसने बठिंडा में सुखदीप कौर के घर पर तैयार किया था। इस वीडियो वायरल करने के लिए उसने सुखदीप कौर को मोबाइल दे दिया था। उसे सुखदीप ने अपने घर में ही कहीं छुपाकर रख दिया, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद करने का दावा किया था। 25 अगस्त के बाद हनीप्रीत यूपी के चिचीया नगरी, हिमाचल के चंबा, राजस्थान के कोटा, श्री मुक्तसर साहिब सहित अन्य ठिकानों पर छिपकर रही।