Updated: Sun, 15 Jun 2025 06:54 PM (IST)
हरियाणा के 22 जिलों में से 12 में अब एचसीएस अधिकारियों को एडीसी के पद पर नियुक्ति मिली है। पहले यह संख्या कम थी। सरकार ने 15 जिलों में एचसीएस कैडर के अधिकारियों को नियुक्त करने का आदेश दिया था लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा था। 12 जून को हुए प्रशासनिक फेरबदल के बाद अब 12 जिलों में एचसीएस अधिकारी एडीसी हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। प्रदेश के 22 में से 12 जिलों में अब अतिरिक्त जिला उपायुक्तों (एडीसी) के पदों पर एचसीएस अधिकारियों को नियुक्तियां प्रदान कर दी गई हैं। पहले यह संख्या पांच-छह एचसीएस अधिकारियों तक सिमटी थी। एचसीएस कैडर के अतिरिक्त जिला उपायुक्तों के पदों पर आइएएस अधिकारियों से काम लिया जा रहा था।
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अभी भी तीन जिले ऐसे हैं, जहां एडीसी के पदों पर एचसीएस अधिकारियों को लगाया जाना चाहिए, लेकिन वहां आइएएस अधिकारी काम कर रहे हैं। राज्य में 15 जिले एडीसी के पदों के लिए एचसीएस कैडर के अधिकारियों के लिए निर्धारित हैं, जबकि सात जिलों में एडीसी के पदों पर आइएएस अधिकारी नियुक्त हो सकते हैं।
हरियाणा में साल 2002 बैच से लेकर 2004 तक के बैच के दो दर्जन से अधिक एचसीएस अधिकारियों का आइएएस में प्रमोशन अभी लटका है। फरवरी 2025 तक यह स्थिति थी कि हर जिले में एडीसी के पद पर एचसीएस अधिकारियों के स्थान पर आइएएस अधिकारियों को नियुक्तियां दे रखी थीं।
अक्टूबर 2020 में प्रदेश सरकार द्वारा जारी एचसीएस कैडर संख्या के आदेश के तहत 15 जिलों के एडीसी के पदों को एचसीएस कैडर के लिए निर्धारित किया गया था।
इन पदों पर सिलेक्शन ग्रेड/सुपर टाइम स्केल अर्थात नौ से 18 वर्षों या उससे ऊपर की सेवा वाले एचसीएस अधिकारी तैनात किए जा सकते हैं। सरकार की ओर से अपने ही इस आदेश की अवहेलना की जा रही थी, जिसके बाद एडवोकेट हेमंत कुमार ने प्रदेश के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को पत्र लिखकर इस पर आपत्ति जताई थी। हरियाणा सरकार ने 12 जून को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है।
इसके बाद 12 जिले ऐसे हो गए, जिनमें एडीसी के पदों पर एचसीएस अधिकारियों की नियुक्तियां हो गई हैं, जबकि 10 जिलों में अभी भी आइएएस एडीसी का दायित्व संभाले हुए हैं। जिला मुख्यालयों में अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) का स्थायी पद स्वीकृत है, जो जिला प्रशासन में उपायुक्त (डीसी) के बाद दूसरा बड़ा उच्च प्रशासनिक पद होता है।
हालांकि कुछ वर्षों पहले जिले के एडीसी के पद पर तैनात अधिकारी इस पद के साथ-साथ आरटीए सचिव (क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण) एवं डीआरडीए (जिला ग्रामीण विकास एजेंसी) के सीईओ का भी काम कर रहे थे, मगर अब ऐसी व्यवस्था खत्म कर दी गई है।
वर्तमान में एडीसी जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी (डीसीआरआइओ) भी होता है। बाक्स जिलों में यह आइएएस और एचसीएस अधिकारी दे रहे एडीसी के पदों पर सेवाएं वर्तमान में 2018 बैच की आइएएस अनुपमा अंजलि रेवाड़ी जिले में, 2020 बैच के चार आइएएस प्रदीप सिंह नूंह (मेवात), दीपक बाबूलाल करवा कैथल, सी जयशारधा हिसार और पंकज पानीपत जिले में एडीसी के पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
2021 बैच के पांच आइएएस लक्षित सरीन सोनीपत, नरेंद्र कुमार रोहतक, सोनू भट्ट करनाल, विवेक आर्य जींद और निशा पंचकूला जिले में बतौर ए़डीसी तैनात हैं। दूसरी तरफ, 2002 बैच के पांच एचसीएस अधिकारी मुनीष नागपाल भिवानी जिले के साथ चरखी दादरी, वत्सल वशिष्ठ गुरुग्राम, जग निवास झज्जर, महाबीर प्रसाद कुरुक्षेत्र एवं महेंद्र पाल अंबाला जिले के एडीसी के रूप में तैनात हैं।
2003 बैच के एचसीएस सुशील कुमार-1 महेंद्रगढ़, 2004 बैच के पांच एचसीएस अधिकारी वीरेंदर सिंह सहरावत सिरसा, सतबीर सिंह फरीदाबाद, जयदीप कुमार पलवल, अनुराग ढालिया फतेहाबाद और नवीन कुमार आहुजा यमुनानगर जिले में बतौर एडीसी नियुक्त हैं।
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