Haryana Weather: हरियाणा के लोगों को तपती गर्मी से मिलेगी राहत, आज 14 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट
हरियाणा में मौसम तेजी से बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में तीन दिनों तक वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों ने 14 जिलों में बुधवार को वर्षा की संभावना जताई है। पंचकूला अंबाला यमुनानगर में तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार 29 और 30 मई को भी हल्की बारिश हो सकती है।

जागरण संवाददाता, हिसार। प्रदेश में तेजी से मौसम में परिवर्तन आ सकता है। बुधवार को नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से पूरे प्रदेश में तीन दिन तक वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञानियों की तरफ से 14 जिलों में बुधवार को भी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। वहीं, मंगलवार को तापमान फिर से 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। दिन के समय धूप ज्यादा होने पर गर्मी रही।
इन जिलों में बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग के विज्ञानियों के अनुसार बुधवार को हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल में वर्षा की संभावना है, जबकि पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती है।
वहीं, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 29 मई व 30 मई के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है।
मानसून उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है
अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में अनुकूल स्थितियों से मजबूती लेकर मानसून बहुत तेजी से उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है। यह इसी महीने के अंत तक बिहार के आधे हिस्से तक भी पहुंच सकता है, किंतु तीन-चार दिनों के बाद गति में कमी आएगी। जून के पहले हफ्ते से बेहिसाब मानसूनी बारिश में थोड़ी कमी आएगी।
फिर भी देश के अधिकांश हिस्सों में जून में सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान है। इससे गर्मी से राहत मिलती रहेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था एवं खेती के लिए इस वर्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि 42% आबादी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है।
भारत मौसम विभाग (आइएमडी) ने मंगलवार को मानसून का दूसरा पूर्वानुमान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य, पूर्वोत्तर हिस्से में सामान्य से कम और मध्य भारत के साथ दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
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