हरियाणा: खेल नर्सरियों में बंद होगा फर्जीवाड़ा, खिलाड़ियों की बायोमेट्रिक हाजिरी शुरू; गाइडलाइन जारी
हरियाणा में खेल नर्सरियों में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी शुरू की गई है। खेल मंत्री को गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद यह फैसला लिया गया। अब ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही खिलाड़ियों को डाइट मनी मिलेगी। प्रदेश में लगभग 1500 खेल नर्सरियां चल रही हैं जहाँ खिलाड़ियों को उनकी उम्र के अनुसार डाइट मनी दी जाती है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की खेल नर्सरियों में अब फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। खेल नर्सरियों में शनिवार से सभी खिलाडिय़ों के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी शुरू हो गई है। 15 अगस्त को इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।
यह फैसला खेल मंत्री गौरव गौतम के पास कई जगहों से खेल नर्सरियों में गड़बड़ होने की शिकायतें आने के बाद लिया गया है। अधिकतर शिकायतों की जांच में पता चला कि नर्सरियों में खिलाडिय़ों की जितनी संख्या दर्ज की गई है, उतने खिलाड़ी नहीं हैं।
कई नर्सरियों में कोच भी समय पर नहीं आने की शिकायतें आ रही थीं। इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए खेल विभाग ने खिलाडिय़ों और कोच की बायोमेट्रिक हाजिरी सुनिश्चित करने का फैसला लिया है।
बायोमेट्रिक सिस्टम से पारदर्शिता बढ़ेगी और कार्यप्रणाली पर सख्त नजर रखी जा सकेगी। अब प्रदेश की खेल नर्सरियों में रजिस्टर में भरी गई हाजिरी मान्य नहीं होगी। नर्सरी में आने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को आनलाइन हाजिरी होगी।
भविष्य में आनलाइन हाजिरी के आधार पर ही खिलाडिय़ों के बैंक खाते में खुराक भत्ता आएगा। खेल विभाग द्वारा जारी आदेश के बाद अब खेल नर्सरियों ने बायोमेट्रिक पंचिंग मशीन लगाने का काम शुरू हो चुका है। 15 अगस्त से प्रदेश की सभी खेल नर्सरियों में ये आदेश लागू हो गए हैं।
प्रदेश में इस समय करीब 1500 खेल नर्सरियां चल रही हैं। खेल नर्सरियों में अभ्यास करने वाले आठ से 14 वर्ष के खिलाडिय़ों को दो हजार रुपये और 15 से 19 वर्ष के खिलाडिय़ों को 3000 रुपये महीना डाइट मनी के तौर पर मिलता है। जिन खिलाड़ियों की एक महीने में 22 हाजिरी होंगी, उन्हें इसी के आधार पर डाइट राशि मिलेगी।
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