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    हरियाणा में निजी स्कूलों को एक्सटेंशन लेटर में देरी से चिराग योजना का भुगतान अटका, फेडरेशन ने शिक्षा विभाग से क्या गुहार लगाई?

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 06:45 PM (IST)

    हरियाणा के निजी स्कूलों को एक्सटेंशन लेटर जारी करने में देरी हो रही है, जिससे शैक्षणिक सत्र में अनिश्चितता बनी हुई है। फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स ने शिक्षा विभाग से तत्काल प्रक्रिया पूरी करने, चिराग योजना के भुगतान में तेजी लाने और स्कूलों पर लगे जुर्माने को माफ करने की मांग की है, ताकि शैक्षणिक कार्य सुचारू रूप से चल सके।

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    निजी स्कूलों की फेडरेशन ने समाधान शिविर व जुर्माना माफी की मांग रखी (प्रतीकात्मक फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के निजी स्कूलों का शिक्षा सत्र 2025-26 आधे से अधिक पार कर चुका है, लेकिन अभी तक हजारों स्कूलों को एक्सटेंशन लेटर जारी नहीं हुए हैं। परीक्षा सत्र निकट है और फार्म भरने की तिथि शुरू हो चुकी है, लेकिन विद्यालय इस प्रतीक्षा में हैं कि कब उनका सत्र औपचारिक रूप से मान्यता प्राप्त होगा।

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    जब तक एक्सटेंशन लेटर जारी नहीं होते, तब तक स्कूल न तो दाखिले पूर्ण कर पा रहे हैं और न ही संबद्धता शुल्क जमा कर पा रहे हैं, जिससे पूरे शैक्षणिक तंत्र में अनिश्चितता और निराशा का माहौल बना हुआ है।

    फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल्स के अध्यक्ष डा. कुलभूषण शर्मा ने बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार द्वारा सत्र प्रारंभ होने से पहले ही दाखिलों की छूट का आदेश जारी कर दिया गया था, जिससे स्कूलों में उत्साह का वातावरण था। किंतु इस वर्ष एक्सटेंशन लेटर जारी करने में हो रही देरी से विद्यालयों में हताशा व्याप्त है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को तत्काल प्रभाव से यह प्रक्रिया पूर्ण करनी चाहिए, ताकि शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रूप से चल सकें।

    कुलभूषण शर्मा ने “चिराग योजना” से जुड़े भुगतान में हो रही देरी पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने हाल ही में मौलिक शिक्षा निदेशक से मुलाकात कर इस विषय पर चर्चा की थी, जिसमें निदेशक ने “समाधान शिविर” आयोजित करने का आश्वासन दिया है।

    इन शिविरों के माध्यम से 134-ए और चिराग योजना से संबंधित लंबित भुगतानों का शीघ्र निपटारा किया जाएगा। उन्होंने स्कूल समितियों पर लगाए गए लाखों रुपये के जुर्माने को भी तुरंत माफ करने की मांग की।