Haryana Politics: सैलजा-सुरजेवाला से टकराने वाले दीपक बाबरिया की छुट्टी, बीके हरि प्रसाद बने कांग्रेस के नए प्रभारी
हरियाणा में हार मिलने के बाद कांग्रेस ने दीपक बाबरिया को प्रभारी के पद से हटा दिया है। कांग्रेस ने बीके प्रसाद को जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस के गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा तथा रणदीप सिंह सुरजेवाला के कहने पर बाबरिया की छुट्टी की गई है। जानिए क्यों हटाए गए बबेरिया और क्या हैं हरियाणा कांग्रेस के सामने चुनौतियां।

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी नेताओं पर गाज गिरनी आरंभ हो गई है। कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को इस पद से हटाकर वरिष्ठ नेता बीके हरि प्रसाद को हरियाणा कांग्रेस का नया प्रभार सौंपा है।
बीके हरि प्रसाद पहले भी हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं। उनकी गिनती पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों में होती है। दीपक बाबरिया ने विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद स्वयं अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी और अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रभारी के महत्वपूर्ण पद किसी दूसरे नेता को सौंपने का सुझाव दिया था। बाबरिया के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी बदला जा सकता है।
कांग्रेस हाईकमान ने दीपक बाबरिया की पेशकश को स्वीकार करते हुए उन्हें हरियाणा की जिम्मेदारी से पूरी तरह मुक्त कर दिया। माना जा रहा है कि दीपक बाबरिया को उनके आग्रह पर ही हटाया गया है, लेकिन कांग्रेस के गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा तथा रणदीप सिंह सुरजेवाला के कहने पर बाबरिया की छुट्टी की गई है।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान तथा इन चुनावों से पहले सैलजा व सुरजेवाला की बाबरिया से कभी नहीं बनी। पिछले कुछ दिनों हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने भी बाबरिया के विरुद्ध मोर्चा खोला हुआ था।
हुड्डा के साथ रहे मधुर संबंध
उदयभान संगठन की जिस भी सूची को जारी करते थे, बाबरिया उस पर रोक लगा देते थे और बाबरिया जिस सूची को जारी करते थे, उदयभान उसकी कोई जानकारी नहीं होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते थे।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकटों से आवंटन तक तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे के साथ दीपक बाबरिया के मधुर संबंध रहे, लेकिन चुनाव के बाद हुड्डा खेमा पूरी तरह से बाबरिया के विरोध में खड़ा हो गया।
एक समय ऐसा भी था, तब दीपक बाबरिया सारी बैठकें नई दिल्ली में हुड्डा और दीपेंद्र के राजनीतिक ठिकानों पर किया करते थे, लेकिन सैलजा व सुरजेवाला के साथ कैप्टन अजय यादव ने जब इस पर आपत्ति जताई तो बाबरिया ने बैठकों के स्थान बदल लिए।
18 सीटों पर धोखा होने की जानकारी छिपाए रखी
बाबरिया ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कहा था कि उनकी पसंद के टिकट नहीं मिले, जिस कारण कई सीटों पर कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव में 18 सीटों पर हार के संदेश से बढ़ा था उदयभान से विवाद हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बाबरिया पर खुले आरोप लगाए थे कि मतों की गिनती के दौरान उन्हें पता चल गया था कि कांग्रेस के साथ 18 सीटों पर धोखा होने वाला है।
इसकी सूचना बाबरिया के मोबाइल पर आ गई थी, लेकिन बाबरिया ने इस बात को पूरे समय छिपाए रखा। हालांकि बाद में बाबरिया ने कहा कि वे इसकी सूचना उदयभान को दे चुके थे। बाबरिया नौ जून 2023 को हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बने थे।
अपने पूरे कार्यकाल में उन्होंने हरियाणा कांग्रेस का संगठन बनाने की कोशिश कई बार की, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए। नये कांग्रेस प्रभारी बीके हरि प्रसाद पर कांग्रेस नेताओं को एकजुट करने के साथ ही प्रदेश संगठन तैयार करने तथा शहरी निकाय चुनाव में कांग्रेस को जीत तक पहुंचाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। हरियाणा में इस समय जितेंद्र बघेल और प्रफुल्ल पटेल सह प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।