Haryana Politics: मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्तियों का खाका तैयार, CMO आने के लिए प्रयास में जुटे 5 पूर्व मंत्री
हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय में राजनीतिक और प्रशासनिक नियुक्तियों का खाका तैयार पांच पूर्व मंत्री सीएमओ में आने की कोशिश में। सीएम नायब सैनी के राजनीतिक सलाहकार के पद पर सबसे अधिक मारामारी पूर्व मंत्री असीम गोयल और सुभाष सुधा को माना जा रहा है सीएम का खास। मुख्यमंत्री कार्यालय में आने के लिए पांच पूर्व मंत्री प्रयास कर रहे हैं। पांचों पूर्व मंत्रीविधानसभा चुनाव हारे हैं।

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय में होने वाली राजनीतिक व प्रशासनिक नियुक्तियों का खाका लगभग तैयार किया जा चुका है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी किसी भी समय मुख्यमंत्री कार्यालय की नियुक्तियां कर सकते हैं।
खास बात है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में आने के लिए पांच पूर्व मंत्री प्रयास कर रहे हैं। यह पांचों पूर्व मंत्री हाल ही में विधानसभा चुनाव हारे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय में सबसे अधिक मारामारी सीएम नायब सैनी के राजनीतिक सलाहकार के पद पर नियुक्ति को लेकर मची है। कुछ पूर्व मंत्री सीएम के ओएसडी लगने के भी प्रयास में हैं।
सीएम नायब सैनी के माने जाते हैं खास
पूर्व मंत्री असीम गोयल और पूर्व मंत्री सुभाष सुधा को मुख्यमंत्री नायब सैनी का भरोसेमंद माना जाता है। इन दोनों की नियुक्तियां सीएमओ में तय मानी जा रही हैं। सुधा और गोयल के अलावा पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर भी सीएमओ में आने के लिए प्रयासरत हैं।
पूर्व मंत्री जेपी दलाल और पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी इस कोशिश में हैं कि वे मुख्यमंत्री कार्यालय में आकर सरकार का कामकाज संभालें। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पद काफी समय से खाली पड़ा है। निवर्तमान प्रधान सचिव वी उमाशंकर प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में चले गये हैं।
उनके स्थान पर राष्ट्रपति भवन में कार्यरत हरियाणा के सीनियर आइएएस अधिकारी डा. राकेश गुप्ता को वापस चंडीगढ़ लाने के प्रयास चल रहे हैं। दूसरा नाम आइएएस अरुण गुप्ता का है, जबकि सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित अग्रवाल भी मुख्यमंत्री के भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल हैं।
मनोहर लाल की टीम के अधिकतर लोग प्रयासरत
केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हरियाणा के सीनियर आइएएस डा. विवेक जोशी को वापस बुलाकर सरकार मुख्य सचिव पहले ही बना चुकी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी के ओएसडी पद पर नियुक्ति के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की टीम के अधिकतर लोग प्रयासरत नजर आ रहे हैं। इनमें भूपेश्वर दयाल, अभिमन्यु सिंह और जवाहर यादव शामिल हैं।
इनके अलावा मुख्यमंत्री की गुड बुक में शामिल जवाहर सैनी और धर्मवीर मिर्जापुर भी सीएमओ में आने की कोशिश में हैं। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के पद पर सबसे मजबूत दावेदारी राजीव जेटली की है, जो कि इस समय दिल्ली में सीएम के मीडिया सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं।
राजीव जेटली के अलावा मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, अरविंद सैनी और अशोक छाबड़ा भी इस पद के लिए प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री की कोशिश अपने किसी बेहद करीबी को इस पद पर एडजेस्ट करने की है। सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन का नाम भी इस पद के लिए चला हुआ है।
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