Haryana Political Crisis News LIVE: क्या नायब सरकार के खिलाफ लाया जा सकता है अविश्वास प्रस्ताव? हाई कोर्ट के एडवोकेट ने बताया ये नियम
जागरण संवाददाता,चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बीच एक राजनीतिक घटनाक्रम घटित हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) की सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को भाजपा (Haryana BJP) सरकार से समर्थन वापस ले लिया और कांग्रेस (Haryana Congress) को समर्थन करने की घोषणा कर दी।

अब सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। जिसके बाद पहले सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने बयान दिया। उसके बाद मनोहर लाल, अनिल का बयान सामने आया है। अब इसको लेकर हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता (Haryana Assembly Speaker Gyanchand Gupta) ने भी बयान दिया है।
Haryana Political News: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने कहा निर्दलीय विधायकों ने स्थिति स्पष्ट कर दी है, क्या अभय चौटाला भी अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे कि यदि विधानसभा में मतदान स्थिति आती है तो वो भाजपा के खिलाफ है। या गुप्त एजेंट बनकर सदन से बाहर निकल कर भाजपा को विश्वास मत हासिल करने में मददगार होंगे। जिस प्रकार पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के लिए पश्चाताप का समय है। अनुराग ढांडा ने ये बात कैथल में प्रेसवार्ता के दौरान कही।
पूर्व सीएम व कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जजपा राज्यपाल को लिखकर दे, हम तुरंत राजभवन पहुंचेंगे हुड्डा ने कहा कि जजपा को राज्यपाल को लिखकर देना चाहिए कि अल्पमत की सरकार को हटाया जाए। हुड्डा ने कहा कि यदि जजपा राज्यपाल को लिखकर देती है तो कांग्रेस भी राज्यपाल से मिलेगा और सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने तथा विधानसभा चुनाव कराने की मांग करेगा।
Haryana Political Crisis: पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने कहा कि दो अविश्वास प्रस्तावों के मध्य छह महीने का अंतराल होने के बारे में संविधान या विधानसभा नियमावली में उल्लेख नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के कई निर्णयों के अनुसार सदन के भीतर ही सत्तारूढ़ सरकार का बहुमत या अल्पमत साबित हो सकता है। अगर कांग्रेस और जजपा वास्तव में गंभीर हैं तो राज्यपाल को ज्ञापन देकर नायब सैनी सरकार को सदन में ताजा विश्वासमत हासिल करने का निर्देश दिला सकते हैं।
जेजेपी नेता व पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जब हम मनोहर लाल के साथ सरकार में थे तो हमें कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा कि कोई अपना समर्थन वापस ले रहा हो। वे (निर्दलीय विधायक) कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
आज का दिन दिखाता है कि बीजेपी कितनी कमजोर हो गई है। मौजूदा परिदृश्य के अनुसार, अगर चुनाव के दौरान सरकार को घेरने के लिए कदम उठाए जाते हैं, तो हम उन्हें (कांग्रेस) बाहर से समर्थन देने के बारे में सोचेंगे। अब कांग्रेस को फैसला करना होगा मौजूदा बीजेपी सरकार को घेरने के लिए वे कोई कदम उठाएंगे या फिर नहीं।
तीन निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस (Haryana Congress) को समर्थन देने पर रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने रेवाड़ी में कहा कि आज हरियाणा में बीजेपी सरकार अल्पमत में है। इस गठबंधन के टूटने के बाद वे (बीजेपी) राज्यपाल के पास गए और एक आवेदन दिया। 48 विधायकों की सूची। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) लड़ रहे 48 में से 2 विधायकों रणजीत सिंह चौटाला (Ranjit Singh Chautala) और मनोहर लाल (Manohar Lal) ने इस्तीफा दे दिया है।
आज उनकी (बीजेपी) संख्या घटकर सिर्फ 42 रह गई है। नायब सिंह (Nayab Singh Saini) की सरकार उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए और राज्य में निष्पक्ष रूप से राष्ट्रपति शासन लगाकर दोबारा चुनाव कराना चाहिए।
हरियाणा (Haryana News) के कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने एक बड़ा बयान देते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार को अल्पमत की सरकार कहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि बीजेपी (Haryana BJP News) को सत्ता में बने रहने का संवैधानिक अधिकार नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) पर भी पलटवार किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हमें सरकार की गिराने के लिए कहने वाले पहले खुद राज्यपाल को लिखकर दें। कांग्रेस (Haryana Congress Hindi News) को लेकर जनभावना बढ़ रही है। अब तक 40 पूर्व विधायक और सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। अंत में उन्होंने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने कल ही कांग्रेस को समर्थन दिया है।
तीन निर्दलीय विधायकों के हरियाणा सरकार (Crisis on Haryana government) से समर्थन वापस लेने पर सीएम और बीजेपी नेता नायब सैनी (Nayab Saini) का कहना है कि कुछ समय पहले विश्वास मत हुआ। कांग्रेस (Haryana Congress) लोगों की इच्छाएं पूरी नहीं कर पाई है। अपने फायदे के लिए वे पूरी करते हैं कुछ लोगों की इच्छा है। वे विधायक अच्छे लोग हैं लेकिन भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना कांग्रेस की सोच है।
हरियाणा (Haryana News) के 3 निर्दलीय विधायकों के बीजेपी (BJP News) से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने पर फरीदाबाद निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत (Faridabad independent MLA Nayanpal Rawat) का कहना है कि कारण बिल्कुल साफ है। लोकसभा चुनाव के बाद 2-3 महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होंगे।
सबको है अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने का अधिकार। उन्होंने सोचा होगा कि अगर वे बीजेपी के बजाय कांग्रेस (Congress News) के साथ रहेंगे तो उन्हें अधिक लाभ मिलेगा। मैं बीजेपी, उनकी नीतियों, पीएम मोदी (PM Modi) के साथ हूं।
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) बोले कि जजपा (JJP News) प्रदेश में भाजपा सरकार गिराने के पक्ष में है और इसके लिए समूचे विपक्ष का साथ देने को तैयार है। अब नेता प्रतिपक्ष भाजपा सरकार गिराने के लिए कदम उठाए। इससे पहले जो अविश्वास प्रस्ताव आया था, वह पिछली सरकार के खिलाफ आया था न कि वर्तमान सरकार के खिलाफ।
हरियाणा (Haryana News) के सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Saini) ने सिरसा में प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा कि जब भी उनकी (कांग्रेस) सरकार को लोकसभा में कोई समस्या हुई। उन्होंने विशेष समूहों की इच्छाओं को पूरा करना शुरू कर दिया। सरकार (बीजेपी) अपनी पूरी ताकत से काम कर रही है। लोग कांग्रेस की इच्छाओं को पूरा नहीं करेंगे। कांग्रेस (Congress News) के लोग भ्रष्टाचार में विश्वास करते हैं, लेकिन पीएम मोदी (PM Modi) और भाजपा (BJP News) विकास में विश्वास करते हैं।
हरियाणा (Haryana News) के पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल लोकसभा सीट (Karnal Lok Sabha seat) से भाजपा उम्मीदवार मनोहर लाल (Manohar Lal) ने कहा कि वे निर्दलीय (Independent MLA in Haryana) हैं, हम क्या कर सकते हैं। लेकिन वे (कांग्रेस) अपनों को संभाल कर रखें। जिस दिन हिसाब खुल गया उस दिन इनको समझ में आएगा कि हमारे संपर्क में कितने हैं। उन्होंने कहा कि अगर अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगे तो वे (कांग्रेस) ही गिरेंगे। उनके और बाकी दलों के कितने लोग हमारे साथ खड़े होंगे ये उन्हें नहीं पता हमें पता है।
हिसार (Hisar News) में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने बुधवार को एक पत्रकार वार्ता की। दुष्यंत ने इस दौरान कहा कि बहुमत साबित करें, नहीं तो सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। अविश्वास प्रस्ताव पिछली सरकार के खिलाफ लाया गया था, न कि वर्तमान सरकार के खिलाफ। चौटाला ने कहा कि सरकार गिराने में समूचे विपक्ष के साथ जेजेपी खड़ी है।
हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता (Gyanchand Gupta) ने समर्थन देने पर कहा ये तकनीकी चीजें हैं। जिसका निर्णय राज्यपाल साहब करेंगे कि पहले दिया हुआ समर्थन ठीक था या अब ठीक है। स्पीकर ने कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव आता है उसके 6 महीने बाद ही अविश्वास प्रस्ताव (Haryana No confidence motion) लाया जा सकता है। सरकार अल्पमत में है। ये नहीं कहा जा सकता। सरकार पूरी तरह इंटेक्ट है। सेशन बुलाने पर कहा कि राज्यपाल (Bandaru Dattatreya) फैसला करेंगे जो फैसला वो करेंगे वहीं मान्य होगा।
निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस को समर्थन देने पर (Haryana Political Crisis) पूर्व गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) बोले कि हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) साहब को खुश होने की जरूरत नहीं है। उनकी ख्वाहिश कभी भी पूरी होने वाली नहीं है। हरियाणा में ट्रिपल इंजन की सरकार है। जो पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।
हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने तीन निर्दलीय विधायको के समर्थन वापिस लेने पर बयान देते हुए कहा कि स्पीकर ने कहा विधानसभा में जो पहले स्थिति विधायकों की तब थी वहीं अभी भी है।
स्पीकर ने कहा मुझे मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिली है। अभी तक लिखित में कोई जानकारी नहीं आई है। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल बीजेपी के विधायकों की संख्या 40 है , 10 जेजेपी के 6 निर्दलीय विधायक , 30 कांग्रेस , एक हलोपा और एक इनेलो विधायक हैं।
हरियाणा में नायब सैनी सरकार (Nayab Saini Government) के सामने फिर से सियासी संकट सामने आया है। इस बार तीन निर्दलीय विधायक जो नायब सैनी सरकार को अपना समर्थन दिए हुए थे। उसे वापस लेते हुए भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस को समर्थन दिया है। जिसके बाद पहले सीएम नायब सैनी और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने बयान दिया। उसके बाद मनोहर लाल, अनिल का बयान सामने आया। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर जारी है।
