अब पेंशनर्स घर बैठे जमा कर सकेंगे जीवन प्रमाण पत्र, बैंकों में लाइनों में लगने का झंझट खत्म, हरियाणा में 2.41 लाख को फायदा
केंद्र सरकार की डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट अभियान 4.0 से हरियाणा के 2.41 लाख पेंशनर्स को लाभ होगा। अब वे घर बैठे ही जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं, जिससे बैंकों में लगने वाली लाइनों से मुक्ति मिलेगी। हरियाणा सरकार ने भी इस अभियान में भागीदारी की है, और पेंशनभोगियों से इसका लाभ उठाने की अपील की है। ईपीएफओ ने भी सर्टिफिकेट जमा करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है।

स्मार्टफोन का उपयोग कर “जीवन प्रमाण” पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से जमा करें जीवन प्रमाण पत्र।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। केंद्र सरकार ने डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (डीएलसी) अभियान 4.0 की शुरुआत की है, ताकि देशभर के पेंशनर्स आसानी से घर बैठे ही अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करा सकें। यह सुविधा खासतौर पर बुजुर्गों और दिव्यांग पेंशनर्स के लिए राहत लेकर आई है।
अब पेंशनर्स को बैंक या दफ्तरों में लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। इस अभियान का लक्ष्य है कि दो करोड़ से ज्यादा पेंशनर्स तक यह डिजिटल सुविधा पहुंचे। सरकार का कहना है कि यह अभियान देश के दो हजार से ज्यादा शहरों और कस्बों में चलाया जा रहा है, ताकि हर पेंशनभोगी तक डिजिटल सशक्तीकरण पहुंच सके।
हरियाणा के 2.41 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को इस सुविधा का लाभ मिलने की संभावना है। उन्हें डिजिटल तरीके से अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने में मदद मिलेगी।
हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा 30 नवंबर तक पूरे देश में चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0 में अपनी भागीदारी की घोषणा की है। पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में आसानी और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए यह अभियान पूरे हरियाणा में चलाया जाएगा।
हरियाणा के कोषागार एवं लेखा विभाग के महानिदेशक सीजी रजनीकांथन ने बताया कि अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन और समन्वय के लिए पंचकूला स्थित पेंशन वितरण प्रकोष्ठ (पीडीसी) के संयुक्त निदेशक राकेश राठी को राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि हरियाणा (चंडीगढ़ सहित) के सभी कोषागार अधिकारियों को अपने-अपने जिलों के लिए उप नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कोषागार अधिकारियों को अभियान के सुचारू और सफल क्रियान्वयन के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। महानिदेशक ने बताया कि इस पहल से लगभग 2.41 लाख हरियाणा सरकार के पेंशनभोगी और पारिवारिक पेंशन भोगी लाभान्वित होंगे, जो ई-पेंशन के माध्यम से कोषागारों/उप-कोषागारों और पेंशन वितरण बैंकों (एसबीआई, पीएनबी, बीओआइ, यूबीआइ, सीबीआई और केनरा बैंक) के माध्यम से पेंशन प्राप्त करते हैं।
उन्होंने सभी पेंशनभोगियों से आह्वान किया कि वे इस अभियान का पूरा लाभ उठाएं और अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र या तो निकटतम कोषागार कार्यालय में या फिर अपने घर बैठे स्मार्टफोन का उपयोग कर “जीवन प्रमाण” पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से जमा करें।
सीजी रथनीकांथन ने बताया कि सबसे पहले जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करें, आधार से फेस या फिंगरप्रिंट वेरिफिकेशन करें और सर्टिफिकेट सबमिट करें। सबमिट करने के बाद एक सर्टिफिकेट आइडी और पीपीओ नंबर के साथ डाउनलोड लिंक मिल जाएगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एजेंट भी घर पर जाकर यह सेवा दे रहे हैं, जिससे सुपर सीनियर सिटिजन और दिव्यांग पेंशनर्स को राहत मिलेगी।
ईपीएफओ ने भी पेंशनर्स के लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने का तरीका आसान बना दिया है। अब ईपीएफओ मेंबर अपने मोबाइल से फेस स्कैन कर सीधे सर्टिफिकेट सबमिट कर सकते हैं। यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए मददगार है, जो घर से बाहर नहीं जा सकते।

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