संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही देखेंगे हरियाणा के मंत्री और विधायक, 19 दिन के सत्र के दौरान होंगी 15 बैठकें
हरियाणा के मंत्री और विधायक संसद का शीतकालीन सत्र देखेंगे, जो 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने विधायकों को इस योजना की जानकारी दी। संविधान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और स्पीकर ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। स्पीकर ने कहा कि संविधान हमारी असली ताकत है और हम विकसित राष्ट्र के संकल्प को पूरा कर रहे हैं।

संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही देखेंगे हरियाणा के मंत्री और विधायक।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के मंत्रियों और विधायकों को संसद का शीतकालीन सत्र दिखाने की योजना बनाई गई है। संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। 19 दिन में पूरे सत्र के दौरान 15 बैठकें होनी प्रस्तावित हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुकी हैं।
इससे पहले 21 जुलाई से 21 अगस्त तक संसद का मानसून सत्र चला था। मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा के तत्कालीन उपसभापति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था। फिर पूरा सत्र बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) को लेकर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया था। मानसून सत्र में कुल 21 बैठकें हुईं थी।
हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने बुधवार को विधानसभा में विधायकों को संसद का शीतकालीन सत्र दिखाने की कार्ययोजना की जानकारी दी। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और विधानसभा स्पीकर ने विधानसभा परिसर में लगी संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। पंचायत एवं विकास मंत्री कृष्ण पंवार, शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा, शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल, खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर, नूंह के कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद, सफीदो के भाजपा विधायक रामकुमार गौतम, इंद्री के भाजपा विधायक रामकुमार कश्यप और स्पीकर के सलाहकार राम नारायण यादव ने भी बाबा साहब को श्रद्वांजलि दी।
मंगलवार और बुधवार को विधानसभा में विभिन्न कमेटियों की बैठकें होती हैं। मंगलवार को चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस कार्यक्रम में आए हुए थे, इसलिए पूरी सरकार इस कार्यक्रम में शामिल हुई थी। बुधवार को अधिकतर मंत्री और विधायक चंडीगढ़ पहुंचे और उन्होंने विधानसभा परिसर में बाबा साहब को श्रद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही संविधान की पुस्तक को नमन किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के आदर्शों को याद करते हुए बताया कि अगले वर्ष हम संविधान दिवस के उपलक्ष्य में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर इस विषय पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को संसद परिसर और वहां शीतकालीन सत्र दिखाने के लिए अगले कुछ दिनों में दौरा तय कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संविधान दिवस विशेष है, क्योंकि हमारे राष्ट्र जीवन में संविधान का सबसे ज्यादा महत्व है। संविधान ही हमारी असली ताकत है। जब हमारा देश आजाद हुआ था, तब वातावरण अलग था। उस समय हमारे देश की विविधताओं को लेकर अनेक प्रकार की आशंकाएं थीं। हम अपने आदर्श संविधान के बल पर ही इन सब चुनौतियों का सामना कर सके हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे दूरदर्शी विद्वानों वाली संविधान सभा ने दो वर्ष 11 माह और 18 दिन की कड़ी मेहनत से यह संविधान तैयार किया है। इस संविधान ने निश्चित रूप से हमारे देश को आगे बढ़ने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि आज हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित राष्ट्र के संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि हरियाणा विधानसभा प्रधानमंत्री के विजन ‘एक देश एक विधायिका’ को पूरा करते हुए विधायी संस्थाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला भी इस विषय पर लगातार हरियाणा विधानसभा का सहयोग कर रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।