हरियाणा में 'किसान आईडी' पर मिलेगी PM किसान सम्मान निधि का लाभ, पढ़ें क्या है इसे बनवाने का प्रोसेस?
हरियाणा सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के लिए किसान आईडी अनिवार्य करने का निर्णय लिया है जिससे योजना का लाभ केवल पात्र किसानों तक पहुंचेगा और फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी। वित्तायुक्त (राजस्व) डॉ. सुमिता मिश्रा ने एग्रीस्टैक पहल के क्रियान्वयन की तैयारियों की समीक्षा की। तीन माह में डिजिटल फसल सर्वे पूरा कर किसान रजिस्ट्री तैयार की जाएगी।

राज्य ब्यूरो, पंचकूला। किसानों को अब आईडी होने पर ही पीएम किसान सम्मान निधि मिल पाएगी। सरकार पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए किसान आईडी अनिवार्य करने जा रही है।
इससे पीएम किसान योजना का लाभ केवल वास्तविक और पात्र किसानों तक पहुंचना सुनिश्चित होगा। साथ ही फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी। वित्तायुक्त (राजस्व) डॉ. सुमिता मिश्रा ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में एग्रीस्टैक पहल के व्यापक क्रियान्वयन की तैयारियां साझा की।
जल्द ही एग्रीस्टैक सेल का गठन किया जाएगा, जो इस पहल की निगरानी और समन्वय का कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि डेटा प्रबंधन को आधुनिक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तीन माह में डिजिटल फसल सर्वे का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही किसान रजिस्ट्री तैयार की जाएगी, जिससे राज्य के सभी किसानों का सटीक डेटाबेस उपलब्ध होगा।
एग्रीस्टैक पहल के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक जिले में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे। डिजिटल फसल सर्वे के आंकड़े फसल बीमा दावों के निपटारे, प्राइस सपोर्ट स्कीम के लाभ, न्यूनतम समर्थन मूल्य सुरक्षा, उर्वरक वितरण और आपदा राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाएंगे।
केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मुख्य ज्ञान अधिकारी एवं सलाहकार राजीव चावला ने एग्रीस्टैक को भारतीय कृषि में परिवर्तन लाने वाला राष्ट्रीय कार्यक्रम बताया। यह तीन प्रमुख डिजिटल घटकों किसान रजिस्ट्री, भूमि खंडों का जियो-रेफरेंसिंग और डिजिटल फसल सर्वे पर आधारित है।
भारत सरकार की वित्तीय सहायता से हरियाणा को किसानों के पूर्ण पंजीकरण पर अधिकतम 216 करोड़ रुपये और 80 प्रतिशत से अधिक गांवों में डिजिटल फसल सर्वे पूरा करने पर 50 करोड़ रुपये तक प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
यह राशि राज्य में कृषि के डिजिटल रूपांतरण को तेज़ी से आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि एग्रीस्टैक पहल से किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर लगेगी रोक
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के नए रजिस्ट्रेशन के लिए 14 राज्यों में किसान आइडी देना अनिवार्य कर दिया है। किसान आइडी लागू करने से बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और किसानों को सीधे पैसा मिलेगा। इससे फर्जी रजिस्ट्रेशन पर भी रोक लगेगी।
ऐसे बनवा सकते किसान आइडी
किसान आइडी बनवाने के लिए आप अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) में जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
इसके लिए आधार कार्ड, जमीन के दस्तावेज और बैंक डिटेल जैसे जरूरी कागजात साथ लेकर जाएं। किसान सेल्फ-रजिस्ट्रेशन के लिए स्वयं भी आवेदन कर सकते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।