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    हरियाणा के 18 HCS बनेंगे IAS, कोर्ट केस के चलते 9 को मिला प्रोविजनली प्रमोशन; पढ़ें पूरी खबर

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 10:46 PM (IST)

    हरियाणा के 2002 2003 और 2004 बैच के 18 एचसीएस अधिकारियों को आईएएस बनाने की मंजूरी मिल गई है। इनमें से नौ अधिकारियों को प्रोविजनल आईएएस बनाया गया है जिनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लंबित है। यह फैसला यूपीएससी की विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक में लिया गया जिसमें राज्य के मुख्य सचिव भी शामिल थे।

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    प्रस्तुति के लिए प्रयोग की गई तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के साल 2002, 2003 और 2004 बैच के 18 एचसीएस अधिकारियों को आइएस बनाने की मंजूरी दे दी गई है। साल 2002 बैच के नौ ईएचसीएस अधिकारियों को प्रोविजनल आईएएस बनाया गया है।

    इन नौ एचसीएस अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लंबित है। कोर्ट की ओर से फैसला यदि इन एचसीएस अधिकारियों के पक्ष में आता है तो उन्हें आज की ही तारीख से आईएएस के पद पर पदोन्नति की स्वीकृति मानी जाएगी।

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    दिल्ली में केंद्रीय लोक सेवा आयोग में हुई विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक में हरियाणा की ओर से मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, स्वास्थ्य विभाग के एसीएस सुधीर राजपाल और सामान्य प्रशासन विभाग के एसीएस विजयेंद्र कुमार शामिल हुए। यूपीएससी के मेंबर दिनेश दासा ने बैठक की अध्यक्षता की। हरियाणा सरकार ने राज्य के 27 एचसीएस अधिकारियों को आईएएस बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा हुआ था।

    जिन अधिकारियों के विरुद्ध कोर्ट में केस चल रहा है, उनके पक्ष में भी सरकार ने दस्तावेज भेजे थे, लेकिन डीपीसी की बैठक में एक-एक केस पर विस्तार से बातचीत हुई और तय हुआ कि महावीर प्रसाद और उन आठ एचसीएस अधिकारियों को प्रोविजनली आईएएस के पद पर पदोन्नति दी जाएगी, जिनके विरुद्ध कोर्ट में केस चल रहा है।

    कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा कि उन्हें फुल फ्लैग आईएएस बनाया जाए अथवा नहीं। यानी नौ एचसीएस को प्रोविजनली पदोन्नति मिली है। विभागीय पदोन्नति कमेटी ने 27 में से 18 एचसीएस को जल्दी आईएएस बनाने की मंजूरी प्रदान कर दी।

    जिनकी पदोन्नति को मंजूरी मिली है, उनमें 2002 बैच के मुनीष नागपाल, महेंद्र पाल, सतपाल शर्मा, 2003 बैच के सुशील कुमार और 2004 बैच की वर्षा खनगवाल, वीरेंद्र सहरावत, सतेंद्र दुहन, मनिता मलिक, सतबीर सिंह, अमृता सिवाच, योगेश कुमार, वंदना दिसोदिया, सुभिता ढाका, जयदीप कुमार, समवर्तक खनगवाल, अनुराग ढालिया, योगेश कुमार मेहता व नवीन कुमार आहुजा शामिल है।

    जिन एचसीएस अधिकारियों को आईएएस के पद पर प्रोविजनली पदोन्नति मिली है, उनमें वीना हुड्डा, सुरेंद्र सिंह, जगदीप ढांडा, सरिता मलिक, कमलेश कुमार भादू, कुलधीर सिंह, वत्सल वशिष्ठ, जगनिवास और महावीर प्रसाद का नाम शामिल हैं। 2002, 2003 और 2004 बैच के एचसीएस प्रमोशन का मामला लंबे समय से लंबित था। इस मामले में सालिस्टर जनरल और एडवोकेट जनरल की सलाह भी ली गई थी।

    राज्य सरकार को 2002 बैच के बाकी एचसीएस की पदोन्नति पर कोई एतराज नहीं था। मामला कोर्ट में होने पर डीपीसी ने इन्हें प्रोविजनली पदोन्नति ही दी है। 1997 बैच के विवेक पदम सिंह के भी आईएएस बनने की सूचना है।

    आशिमा राठी सांगवान ने तीन महीने पहले वीआरएस ले ली थी, वे भी आईएएस बनी हैं। उन्हें वीआरएस वापस लेनी पड़ेगी और विड्रा नोटिस देना पड़ेगा। दिनेश यादव सेवा से डिसमिस हो चुके हैं, इसलिए उनके नाम पर विचार नहीं हुआ है।