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    हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी खबर, आंधी-तूफान से हुए नुकसान पर राहत देगी सरकार; जानिए कैसे मिलेगा मुआवजा?

    Haryana News हरियाणा सरकार ने आंधी-तूफान और आगजनी से हुए नुकसान पर आर्थिक राहत देने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है जहां किसान आम नागरिक और व्यापारी नुकसान की जानकारी दे सकते हैं। प्रभावित लोग संबंधित उपायुक्तों और एसडीएम को भी लिखित में सूचना दे सकते हैं। सरकार नुकसान का आकलन कर मुआवजा देगी।

    By Anurag Aggarwa Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 19 Apr 2025 09:10 PM (IST)
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    हरियाणा में आंधी-तूफान और आगजनी से हुए नुकसान पर आर्थिक राहत देगी सरकार (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के विभिन्न जिलों में आंधी-तूफान और आगजनी से हुए नुकसान पर प्रदेश सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश के बाद नुकसान की जानकारी देने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया गया है।

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    जिन किसानों, आम लोगों और व्यापारियों का इस प्राकृतिक आपदा के चलते नुकसान हुआ है, वे ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर उसे अपडेट करने के अलावा संबंधित जिला उपायुक्तों व एसडीएम को भी लिखित में इसकी सूचना दे सकते हैं।

    आंधी-तूफान और आगजनी से काफी नुकसान

    राज्य में शुक्रवार की रात को जबरदस्त आंधी-तूफान और आगजनी की घटनाओं से काफी नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के चलते पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए। कई मकानों के धराशायी होने की खबर सरकार के पास पहुंची है।

    राज्य की मंडियों में करीब 10 लाख टन गेहूं खुले में पड़ा है, जो आंधी-तूफान और बारिश की वजह से खराब हो गया है। इस नुकसान के लिए प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों की जवाबदेही तय की थी, मगर सरकार के निर्देशों के बावजूद मंडियों में बारिश, ओलावृष्टि अथवा आगजनी से बचाव के मजबूत इंतजाम नहीं किए गए थे।

    आग की चपेट में आए कई घर और फसल

    कुरुक्षेत्र जिले के गांव दीवाना, मांगना, चंद्रभानपुरा और धूलगड़ में आगजनी से भारी क्षति हुई है। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल व तूड़ी के ढेर जलकर राख हो गए और कई घर आग की चपेट में आए।

    कुरुक्षेत्र में आंधी के कारण साइकिल सवार व्यक्ति नहर में गिर गया। करीब एक घंटे तक वह नहर में फंसा रहा। नहर में बहते हुए वह 12 किलोमीटर दूर पहुंच गया। आखिरकार उसे गोताखोरों की टीम ने बचा लिया। अभी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।

    करनाल में शुक्रवार देर आए तूफान के कारण पेड़ टूटकर दो गाड़ियों के ऊपर गिर गया, जिससे गाड़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। जींद में शुक्रवार देर रात को आई आंधी से 100 से ज्यादा पेड़ गिर गए, जिसके कारण लिंक रास्ते बाधित रहे तो वहीं कुछ जगह पेड़ बिजली की तारों पर गिर गए। इसके चलते 10 से ज्यादा गांवों में रात को बिजली सप्लाई प्रभावित रही।

    कैथल में शुक्रवार रात को आए अंधड़ के कारण आगजनी की कई घटनाएं सामने आईं। गेहूं की खड़ी फसल और फाने जलकर राख हो गए। इससे किसानों को लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। जिले में अंधड़ आने के कुछ समय बाद ही बारिश शुरू हो गई। झज्जर जिले में देर शाम गेहूं की फसल में आग लग गई। तेज हवाओं के कारण देखते ही देखते कई एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने झज्जर दादरी रोड़ पर जाम लगाया।

    ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दे सकते है नुकसान की जानकारी

    हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के ओएसडी भारत भूषण भारती ने राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और वित्त विभाग की आयुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा से बातचीत कर पूरी रिपोर्ट ली। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद मुख्य सचिव व वित्तायुक्त ने पटवारियों, कानूनगो, नायब और तहसीलदारों को मौके पर भेजने के उपायुक्तों को आदेश दिए।

    पूरे राज्य में हुए नुकसान का आकलन आरंभ कर दिया गया है। प्रभावित किसानों और लोगों से कहा गया है कि वे ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपने नुकसान के बारे में जानकारी दें।

    एसडीएम व डीसी के पास भी नुकसान की अर्जी दी जा सकती है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार पीड़ित लोगों के साथ है और नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाएगा।

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