कोरोना संकट के बीच उद्योगों को तेजी से खोलने का रिस्क नहीं लेगी हरियाणा सरकार
हरियाणा में कोराेना संकट के बीच राज्य सरकार कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। हरियाणा सरकार अभी उद्योगों को तेजी से खोलना नहीं चाहती है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा की मनोहर सरकार ने लॉकडाउन के बावजूद उद्योग-धंधे खोलने को लेकर अपने प्रदेश की स्थिति साफ कर दी है। सरकार ने दो-टूक कह दिया कि हरियाणा भले ही वित्तीय संकट और बिगड़ी अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है, लेकिन उसका पहला टारगेट कोरोना को हरियाणा से भगाना है। भले ही इसके लिए व्यापार खुलने में थोड़ा देरी हो जाए। कोरोना की मौजूदगी के बीच किसी भी उद्योग-धंधे, फैक्ट्री अथवा व्यापारिक प्रतिष्ठान को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
दिल्ली से संक्रमित होकर आ रहे लोगों को हरियाणा वहीं ठहराने को तैयार
हरियाणा के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत हाल फिलहाल दिल्ली बना हुआ है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे थे, लेकिन दिल्ली में आने जाने वाले कर्मचारियों, दैनिक यात्रियों व दूध-फल-सब्जी बेचने वालों की वजह से हरियाणा में कोरोना फिर से पहुंच रहा है। अकेले सोनीपत में 13 और पानीपत में चार केस दिल्ली से संक्रमित होकर आए लोगों की वजह से हुए हैं। इसे लेकर हरियाणा ने दिल्ली से बात भी की है और साथ ही सुझाव दिया कि इन कर्मचारियों का वहीं पर ठहरने का बंदोबस्त किया जाए।
3 मई के बाद चरणबद्ध तरीके से कुछ और उद्योगों में मिलेगी छूट
दिल्ली यदि इसके लिए तैयार नहीं होता तो हरियाणा सरकार ने पेशकश की है कि वह अपने स्तर पर दिल्ली में इन कर्मचारियों व लोगों के ठहरने का बंदोबस्त कर सकता है। बहरहाल, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साफ कर दिया कि जिन जिलों में कंटोनमेंट एरिया घोषित किए गए है, वहां सख्ती रखी जाएगी। यदि इन एरिया में बिजनेस की छूट से कोरोना कम्युनिटी लेवल पर फैल गया तो सबके लिए नुकसानदायक होगा। ऐसे एरिया में बिजनेस और व्यापार शुरू करने की सरकार को कोई जल्दबाजी नहीं है। सरकार के लिए कोरोना से निपटना पहले और व्यापार चलाना बाद में है।
सीएम का दावा, 12 जिलों में आरंभ हो चुकी गतिविधियां, छह लाख को काम
मुख्यमंत्री ने लगे हाथ यह भी स्पष्ट कर दिया कि हरियाणा के जिन 12 जिलों में एक भी केस नहीं है, वहां आर्थिक गतिविधियां शुरू की जा रही हैं। ईंट भट्ठे चालू कर दिए गए हैं। निर्माण कार्य भी आरंभ हो रहे हैं। अभी तक विभिन्न क्षेत्रों में करीब छह लाख श्रमिकों, मजदूरों व कर्मचारियों को काम करने की अनुमति दी जा चुकी है। तीन मई के बाद लॉकडाउन की जैसी भी स्थिति होगी, उसके आधार पर व्यापारियों गतिविधियों के संचालन में चरणबद्ध तरीके से और छूट दी जा सकती है।
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तब्लीगी जमातियों व दिल्ली के संक्रमित लोगों ने बिगाड़ा काम : सीएम
'' हरियाणा पूरे देश में बाकी राज्यों से बेहतर स्थिति में है। दिल्ली ने हमारा सिस्टम बिगाड़ दिया। पहले तब्लीगी जमातियों की वजह से हालात खराब हुए थे। अब दिल्ली से संक्रमित होकर लोग हरियाणा में आ रहे हैं। पंचकूला, पानीपत व सोनीपत में अधिकतर केस दिल्ली से वापस आने वाले लोगों व तब्लीगी जमातियों की वजह से हैं। दिल्ली से लगे बार्डर हमने सील कर दिए हैं। कोई व्यक्ति दैनिक तौर पर नहीं आएगा। आ गया तो जाएगा नहीं। तब्लीगी जमात के 1200 लोगों को हमने क्वारंटाइन किया। इनमें 120 संक्रमित पाए गए। छिपे हुए 22 लोग अपील के बाद बाहर आए। हरियाणा के 12 जिलों में कोई केस नहीं। तीन जिले शुरू से ऐसे हैं, जहां एक भी केस नहीं हुआ है। गांवों में ठीकरी पहले लगाए गए। तीन मई के बाद धीरे-धीरे गतिविधियों को शुरू करेंगे। 12 जिलों में गतिविधयां शुरू हो चुकी हैं।
- मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।
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