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    हरियाणा में सरकारी स्कूल होंगे हाईटेक, ढंग से न पढ़ाने वाले शिक्षक नपेंगे, शिक्षा मंत्री के कड़े निर्देश

    By Sohan Lal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Wed, 03 Dec 2025 05:37 PM (IST)

    हरियाणा सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों को हाई-टेक और आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि व ...और पढ़ें

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    शिक्षा सदन में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में मंत्री महिपाल ढांडा।

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। स्कूलों को हाई-टेक, सुरक्षित और आधुनिक बनाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। साथ ही जो शिक्षक ढंग से नहीं पढ़ाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस संबंध में शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कड़े निर्देश दिए हैं।

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    ढांडा बुधवार को शिक्षा सदन में विभागीय अधिकारियों के साथ अहम समीक्षा बैठक की और स्कूलों के ढांचागत विकास से लेकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक, हर मोर्चे पर तेज और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक की शुरुआत में ढांडा ने साफ शब्दों में कहा कि सरकारी स्कूलों को हाई-टेक, सुरक्षित और आधुनिक बनाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।

    उन्होंने बताया कि पिछले 5 वर्षों में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 26,000 से ज्यादा स्मार्ट क्लास बोर्ड लगाए जा चुके हैं, जिससे बच्चों को डिजिटल माध्यम से पढ़ाई का नया अनुभव मिल रहा है।

    मंत्री का बड़ा आदेश : पढ़ाई में सुस्ती नहीं चलेगी

    ढांडा ने अधिकारियों को चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा कि कक्षाओं में पढ़ाई में कोताही मिली तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ तुरंत एक्शन होगा। अध्यापन में उदासीनता किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियमित निरीक्षण अनिवार्य है—अधिकारी स्कूलों का दौरा करें, खामियां पकड़ें और उसी समय समाधान करें।

    सरकारी स्कूलों में बच्चों को दूध, खीर और पिन्नी

    बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि पूरे देश में केवल हरियाणा ही ऐसा राज्य है जहां सरकारी स्कूलों में बच्चों को दूध, खीर, पिन्नी और अन्य पौष्टिक मेन्यू दिया जाता है। इतना ही नहीं, भोजन की गुणवत्ता की जांच भी भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लैब से करवाई जाती है, ताकि बच्चों के स्वास्थ्य से कोई समझौता न हो

    । ड्यूल डेस्क, सुरक्षित भवन और तेज निर्माण कार्य, विद्यार्थियों की सुविधा के लिए स्कूलों में ड्यूल डेस्क की व्यवस्था तेज़ी से की जा रही है, ताकि बच्चों को बैठने में परेशानी न हो। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि स्कूल भवनों के निर्माण कार्यों को गति दी जाए, जहां निर्माण रुका है, वहां तुरंत काम शुरू कराया जाए, कोई बच्चा अव्यवस्थित माहौल में पढ़ने को मजबूर न रहे।

    ऑनलाइन ट्रांसफर पाॅलिसी का शेड्यूल तुरंत जारी करने के निर्देश

    शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिया कि शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी का पूरा शेड्यूल जल्द से जल्द जारी किया जाए, ताकि सिस्टम पारदर्शी और सुचारु रूप से चल सके। मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग में कर्मचारियों के एसीपी, मेडिकल और अन्य लंबित मामलों का निपटारा प्राथमिकता से किया जाए। कर्मचारियों को अनावश्यक दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें—यह सुनिश्चित किया जाए।

    बैठक में ढांडा ने कहा कि सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और लक्ष्य है कि हरियाणा का हर बच्चा मजबूत बुनियाद, आधुनिक सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अपना भविष्य बनाते हुए आगे बढ़ सके।

    बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विनित गर्ग, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी राज नेहरू, मौलिक शिक्षा महानिदेशक विवेक अग्रवाल, स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक जितेंद्र दहिया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।