भ्रष्टाचार से निर्णायक जंग लड़ने की तैयारी में हरियाणा सरकार, किया अब यह फैसला
मनोहरलाल सरकार ने चुनावी साल में किए जाने वाले कार्य का रोडमैप तैयार कर लिया है। सरकार का मुख्य फोकस भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश लगाना है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार ने चुनावी साल में किए जाने वाले कामों का रोडमैप तैयार कर लिया है। सरकार का मुख्य फोकस भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश लगाने तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने पर रहेगा। पारदर्शी व्यवस्था और सुशासन पर जोर दे रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल पिछले चार साल में की गई घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए खुद उनकी मानीटरिंग करेंगे।
सीएम घोषणाओं पर काम की खुद मानीरिंग करेंगे, सीएमओ को निर्देश
मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए कि लंबित घोषणाओं को पूरा करने के काम में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री अपनी सरकार के चार साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते ही फील्ड में उतर गए। सभी 13 मंत्रियों के विभागों का अलग-अलग रिपोर्ट कार्ड तैयार हुआ है। चार साल का हिसाब-किताब लेकर मंत्री भी फील्ड में उतर गए। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही संकेत दे चुके कि मिशन 2019 फतेह करने के लिए हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही चेहरा होंगे।
सरकार के पांचवें साल में किए जाने वाले कामों का रोडमैप भी तैयार
भाजपा हरियाणा में एक समान विकास, क्षेत्रवाद व जातिवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई और राजनीतिक शुचिता के मुद्दे पर चुनाव लडऩे जा रही है। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के चार साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैैं। भाजपा जब सत्ता में आई थी, तब भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा था। पिछले चार सालों में मुख्यमंत्री ने 32 फीसदी भ्रष्टाचार कम हो जाने तथा 18 फीसदी अभी बाकी रहने का दावा करते हुए पांचवें साल में इसे पूरी तरह खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री कठोर फैसले लेते भी दिखाई दे रहे हैं। भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए अधिकारियों के लगातार तबादले, कर्मचारियों के आनलाइन ट्रांसफर और हड़तालों पर अंकुश के निर्णय भाजपा सरकार की बदली चाल-ढाल की तरफ संकेत कर रहे हैैं। मुख्यमंत्री चुनावी साल में कोई ऐसी घोषणा नहीं करेंगे, जो बजट की कमी अथवा किसी तकनीकी कारण से पूरी न हो पाए। लिहाजा उन पुरानी घोषणाओं को क्रियान्वित करने पर सरकार का फोकस होगा, जो चार साल में की जा चुकी है। ऐसी घोषणाओं की संख्या 6800 के आसपास है।
पांचवें साल में सरकार के इन फैसलों पर रहेगी निगाह
- मुख्यमंत्री पेंशन पर भी दांव खेल सकते हैं। हरियाणा दिवस पर इसे 1800 रुपये से बढ़ाकर 2000 किया जा रहा है। बाद में 2500 रुपये किया जा सकता है।
- कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण एक नवंबर अथवा इसके पहले सप्ताह में संभव है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय लिया जा रहा है।
- केएमपी-केजीपी पर हरियाणा की दिल्ली के रूप में पांच बड़े शहर सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट हैैं। इन शहरों का ड्राफ्ट प्लान तैयार किया जा चुका है। सरकार चुनावी साल में इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ा पाती है तो यह बड़ी उपलब्धि होगी।
- प्रदेश सरकार की योजना चुनावी साल में बिजली के रेट कम करने की भी है। फिलहाल बिजली निगम बड़े घाटे से उबरकर 400 करोड़ रुपये के लाभ में पहुंच गए हैैं।
- प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत 2 लाख 20 हजार 535 लाभार्थियों के लिए मकानों की डीपीआर तैयार। इस योजना को इसी साल में अंजाम देना होगा।
- पांचवें साल में सरकार 30 से 40 हजार नई सरकारी नौकरियां देगी तथा 10 हजार नौकरियों को कानूनी पेचीदगियों से निकालने के लिए कोर्ट में पैरवी करेगी।
- राज्य सरकार के कर्मचारियों को मकान किराया भत्ता बढ़ाने की तैयारी। इसके लिए दूसरे राज्यों की पालिसी का आकलन किया जा रहा।
- गुरुग्राम व फरीदाबाद के बीच नई मेट्रो रेल सेवा। बावल व गुरुग्र्राम रेलवे स्टेशनों को मेट्रो रेल सेवा से जोडऩे की तैयारी।
राजनीतिक इच्छा शक्ति से हुए बड़े काम
'' स्पष्ट दृष्टिकोण, राजनीतिक इच्छा शक्ति, सुशासन और जन भागीदारी ने हरियाणा की विकास की गाथा में अहम भूमिका निभाई है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन को साकार करना हमारा लक्ष्य है। सुशासन स्थापित करने व भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमारी सरकार ने कई प्रभावी कदम उठाए हैैं। पांचवें साल में हम जन अपेक्षाओं को पूरा करेंगे और कोई ऐसी घोषणा नहीं करेंगे, जो पूरी न की जा सके।
- मनोहरलाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।