हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में बढ़ रही सुविधाओं का असर, गरीबों की 130 गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज
हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं के विस्तार से गरीबों को बड़ी राहत मिली है। अब 130 गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज उपलब्ध है, जिससे गरीब परिवारों को आर्थिक बोझ से मुक्ति मिली है। अस्पतालों में आधुनिक उपकरणों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता से इलाज की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। यह योजना जरूरतमंदों के लिए जीवनदान साबित हो रही है।

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राज्य ब्यूरो, पंचकूला। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में बढ़ रही सुविधाओं का असर अब धरातल पर दिखने लगा है। प्रदेश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में जिस तरह डाक्टरों, विशेषज्ञों और मेडिकल उपकरणों की सुविधाओं में बढ़ोतरी की है, उसके मद्देनजर अब गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज भी सरकारी अस्पतालों में कराया जा सकेगा।
राज्य के सरकारी अस्पतालों में करीब 700 बीमारियों के इलाज की सुविधा है, जिनमें 119 गंभीर और अति गंभीर बीमारियां हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाइ) और चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज हासिल करने वाले गरीब लोगों की गंभीर व अति गंभीर 11 और बीमारियों का इलाज सरकारी अस्पतालों में किया जा सकेगा।
सरकारी अस्पतालों में मिलेंगी ये सुविधाएं
सरकारी अस्पतालों में गरीबों को घुटना व कूल्हा बदलने की सुविधा के साथ ही हरनिया, अपेंडिक्स, कान का पर्दा ठीक करने, बवासीर, टोंसिल व गले की बीमारी, अंडकोष में पानी भर जाने तथा यूरिनल समस्या के चलते सर्जरी का इलाज प्रदान किया जाएगा।
प्रदेश में 700 सरकारी अस्पताल हैं, जिनमें अब गरीबों को 130 गंभीर व अति गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाएगा। आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत इस समस्त इलाज का खर्च राज्य सरकार अपने सराकारी कोष से वहन करेगी। राज्य के करीब 650 पेनल्ड प्राइवेट अस्पताल पहले से 500 बीमारियों का इलाज कर रहे हैं, जिनका खर्च राज्य सरकार वहन करती है।
'अस्पताल में लगातार बढ़ाई जा रहीं सुविधाएं'
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि राज्य के सरकारी अस्पताल में निरंतर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। डाक्टरों की कमी को काफी हद तक दूर कर लिया गया है। स्पेशलिस्ट डाक्टरों की नियमित रूप से भर्तियां की जा रही हैं। जरूरी उपकरण और दवाइयों की अस्पतालों में कोई कमी नहीं रहने देने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं।
राज्य की जनता अब सरकारी अस्पतालों में इलाज पर भरोसा कर रही है। राज्य में आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत गरीबों के 1.60 लाख कार्ड बने हुए हैं, जिन पर पांच लाख रुपये तक वार्षिक इलाज की सुविधा है, जिसका समस्त खर्च राज्य सरकार वहन करती है।
हिसार, रोहतक, अंबाला और सोनीपत में खुलेंगे इएसआइ अस्पताल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय ने बताया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में एमआरआइ, डिजिटल एक्सरे, सीटी स्कैन और डायलिसिस जैसी सभी सुविधाएं मिलेंगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों एक बैठक के दौरान सभी सीएमओ और पीएमओ को दिशा निर्देश दिए हैं।
हरियाणा सरकार ने हिसार, रोहतक और अंबाला में भी 100-100 तथा सोनीपत में 150 बिस्तरों वाले इएसआइ अस्पताल खोलने की अनुमति दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के भवनों की मरम्मत से लेकर सफाई व्यवस्था तक समस्त कार्य दुरुस्त रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
प्रवी्म आत्रेय ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में हर तरह की बीमारी का इलाज होता है, लेकिन गरीब अति गंभीर व गंभीर बीमारियों का इलाज भी मुफ्त करा सकेंगे।
अस्पतालों होंगे साफ, हर जिले में सीटी स्कैन की सुविधा
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि राज्य के सभी सरकारी अस्पताल एकदम साफ और सुंदर हों। इस कार्य के लिए धन की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसका विशेष ख्याल रखा जाए। लोक निर्माण विभाग द्वारा भवन की मरम्मत करने के बाद उसके रखरखाव की जिम्मेवारी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की होगी।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि जल्दी ही कुरुक्षेत्र और पानीपत में एमआरआइ तथा चरखी दादरी और बहादुरगढ़ में सीटी स्कैन की सुविधाएं मिलने लगेंगी। प्रारंभ में चार जिलों में सीटी स्कैन की सेवाएं उपलब्ध थी जो अब 17 जिलों के सरकारी अस्पतालों में संचालित हो रही हैं। जल्द ही यह सेवाएं सभी जिलों में विस्तारित की जाएंगी।

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