हरियाणा में फसल की मांग के हिसाब से खेती में बदलाव करें किसान, बढ़ेगी आमदनी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कृषि विभाग को किसानों को वर्टिकल फार्मिंग जैसी आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है। उन्होंन ...और पढ़ें

सीएम नायब सैनी फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, पंचकूला। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कृषि विभाग घटती खेती योग्य भूमि को ध्यान में रखते हुए किसानों को वर्टिकल फार्मिंग जैसी आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करे। वर्टिकल फार्मिंग एक ऐसी कृषि पद्धति है, जिसमें फसलों को नियंत्रित वातावरण में एक दूसरे के ऊपर लंबवत परतों में उगाया जाता है।
उन्होंने कहा कि भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं, बदलाव और चुनौतियों को समझते हुए भविष्य विभाग फ्यूचर रेडीनेस की तरफ तेज गति से बढे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वभर में जिन नई फसलों की मांग बढ़ रही है, उसे ध्यान में रखते हुए हरियाणा को अपने प्रतिस्पर्धात्मक लाभ के अनुसार किसानों को उन फसलों का उत्पादन करने की ओर अग्रसर करना ही हमारा फ्यूचर रेडीनेस होना चाहिए।
कृषि चुनौतियों को लेकर की चर्चा
मुख्यमंत्री नायब सैनी बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में डिपार्टमेंट आफ फ्यूचर की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि और बागवानी विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का मूल्यांकन करते हुए यह देखा जाए कि अगले 10 वर्षों में इन क्षेत्रों में कौन-कौन सी चुनौतियां सामने आ सकती हैं। फ्यूचर विभाग इस संबंध में भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पूरे वर्ष एक स्पष्ट विजन के साथ प्रभावी प्लानिंग के साथ काम करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें ऐसी तकनीक की तरफ बढ़ना है, जिससे किसान फसल अवशेष को न जलाएं। कृषि विभाग और डिपार्टमेंट आफ फ्यूचर मिलकर ऐसी तकनीक उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करें, जिससे किसान फसल अवशेष अपने खेतों से सरलता से हटा सकें। फसल में निर्धारित नमी मानक को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित उद्योगों के साथ बैठक कर ऐसे प्रबंध किए जाएं, ताकि मशीन/कंबाइन से निकलने वाली फसल निर्धारित नमी से कम स्तर पर ही प्राप्त हो।
दीर्घकालिक योजना पर काम करने पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार प्रदेश में कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व सुधार हुआ है, गन्नौर में बन रही अंतरराष्ट्रीय हार्टिकल्चर मार्केट पर भविष्य में अत्यधिक दबाव बढ़ेगा। इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए विभाग अपनी 10 से 20 वर्षों की दीर्घकालिक योजना पर कार्य करे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी विभाग भविष्य की दीर्घकालिक योजनाओं के लिए एआई उपयोग और डिजिटल गवर्नेंस को अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में कार्य करें। बैठक में डिपार्टमेंट आफ फ्यूचर की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी कुमार ने विभाग के प्रारंभिक कार्यों और प्रगति के बारे में जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल, वित्त विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद शाइन, मुख्यमंत्री के ओएसडी राज नेहरू, डिपार्टमेंट आफ फ्यूचर के निदेशक डा. आदित्य दहिया ने भविष्य की योजनाओं पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की।

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