मिड-डे मील रिपोर्ट AMS पोर्टल पर अपडेट करने में अन्य राज्यों से पिछड़ा हरियाणा, अधिकारियों ने क्यों दी कार्रवाई की चेतावनी?
हरियाणा मिड-डे मील की जानकारी एएमएस पोर्टल पर अपडेट करने में अन्य राज्यों से पिछड़ा। शिक्षा निदेशालय ने जिला अधिकारियों को रोजाना अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर कार्रवाई की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी और स्कूल मुखिया को जिम्मेदार बनाया गया है। खाने की गुणवत्ता जांच के लिए कमेटियां बनाई गई हैं।

स्कूल मुखिया को पोर्टल पर मिड-डे मील रिपोर्ट रोजाना अपडेट करनी होगी (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। बेहतर करने के बाद भी मिड-डे मील की जानकारी आथेंटिकेशन मानिटरिंग सपोर्ट (एएमएस) पोर्टल पर रोजाना अपडेट नहीं करने पर हरियाणा अन्य राज्यों से पिछड़ गया है।
कई राज्यों का प्रदर्शन जहां शत-प्रतिशत रहा, वहीं हरियाणा का प्रदर्शन 84 प्रतिशत रहा है। समीक्षा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से की गई है। समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आथेंटिकेशन मानिटरिंग सपोर्ट (एएमएस) पोर्टल पर रोजाना अपडेट कराने के निर्देश जारी किए हैं।
रिपोर्ट नहीं देने पर शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। पाेर्टल पर मिड-डे मील सहित सुविधाओं की जानकारी स्कूल से विभाग तक पहुंचती है, जिसे तैयार करने में शिथिलता हो रही है। खंड शिक्षा अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी और स्कूल मुखिया तथा मिड-डे मील प्रभारी को इसके लिए जिम्मेदार बनाया गया है।
बच्चों को दिए जाने वाले 18 तरह के व्यंजनों से लेकर प्रोटीन युक्त भोजन तक की जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाती है। खाने की गुणवत्ता की जांच करने के लिए जिला, ब्लाक तथा स्कूल स्तर पर कमेटी भी बनाई गई है। कमेटी में अभिभावक भी शामिल होते हैं, जो खाने पर नजर रखते हैं। यह भी देखा जाता है तिथिवार तय मेनू के हिसाब से बच्चों को व्यंजन दिए जा रहे हैं कि नहीं।

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