डिजिटल पुलिसिंग में हरियाणा का दबदबा, पिछले 20 महीने में 17वीं बार नंबर वन
हरियाणा पुलिस ने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) की रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पिछले 20 महीनों में 17वीं बार पहला स्थान प्राप्त किया है जिसका श्रेय आधुनिक तकनीक और बेहतर कार्यप्रणाली को जाता है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने टीम को बधाई दी और कहा कि डिजिटल प्रणाली से अपराध नियंत्रण में मदद मिली है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) की मासिक रैंकिंग में हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर अपना परचम लहराते हुए पिछले 20 माह में 17वीं बार देशभर में पहला स्थान हासिल किया है।
अगस्त और सितंबर 2024 में जहां हरियाणा ने 99.99 प्रतिशत अंक लेकर देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया था, वहीं अन्य महीनों में हरियाणा पुलिस ने शत-प्रतिशत अंक हासिल कर पहला स्थान बनाए रखा।
इस उपलब्धि पर पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सीसीटीएनएस की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता हरियाणा पुलिस की नई सोच, बेहतर कार्यप्रणाली और आधुनिक तकनीक के प्रभावी इस्तेमाल का परिणाम है।
आज प्रदेश के सभी थानों को सीसीटीएनएस से जोड़ा जा चुका है और प्रथम सूचना रिपोर्ट, गैर संज्ञेय रिपोर्ट, मेडिको लीगल केस, गुमशुदा व्यक्ति, खोई हुई संपत्ति, लावारिस वस्तुएं, अज्ञात शव, विदेशी पंजीकरण, निवारक कार्यवाही, अनुसंधान, शिकायतें और प्रगति रिपोर्ट जैसे सभी कार्य डिजिटल रूप में दर्ज और मॉनिटर किए जा रहे हैं।
नेशनल आटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (नेफिस) से अपराधियों की पहचान और मामलों को सुलझाने में सफलता मिल रही है। वर्ष 2022 से लेकर अब तक नेफिस सॉफ्टवेयर पर लाखों फिंगरप्रिंट का डेटा अपलोड किया गया और गिरफ्तार अभियुक्तों तथा अज्ञात शवों के रिकॉर्ड से उसका मिलान किया गया। इस प्रक्रिया में काफी संख्या में फिंगरप्रिंट का आपराधिक रिकॉर्ड से सफल मिलान हुआ।
वारदात स्थलों से जुटाए गए चांस प्रिंट को नेफिस पर सफलतापूर्वक अपलोड और वेरीफाई किया गया। इस तकनीकी सफलता के परिणामस्वरूप 93 गंभीर आपराधिक मामलों को सुलझाया गया, जिनमें 22 हत्या के मामले भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नेफिस प्रणाली के माध्यम से 29 अज्ञात शवों की पहचान संभव हुई।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यह उपलब्धि हरियाणा पुलिस द्वारा काम में प्रोफेशनल दृष्टिकोण अपनाने व तकनीक के बढ़िया इस्तेमाल की वजह से मिली है। सीसीटीएनएस और नेफिस जैसे डिजिटल प्लेटफार्म ने अपराधियों की पहचान, जांच की पारदर्शिता और जनता को समयबद्ध न्याय दिलाने की प्रक्रिया को नई गति दी है।
इसी समर्पण और टीमवर्क के बल पर हरियाणा पुलिस आने वाले समय में देशभर में आधुनिक और स्मार्ट पुलिसिंग का मानक स्थापित करती रहेगी। राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के निदेशक शिवास कबिराज ने बताया कि सीसीटीएनएस का मूल उद्देश्य अपराध की जांच, अपराधियों की धरपकड़ और केस मैनेजमेंट के लिए एक ऐसी एकीकृत प्रणाली विकसित करना है, जो पूरी तरह डिजिटल हो।
विगत दो वर्षो में एससीआरबी में तकनीकी दक्षता बढ़ाने और प्रक्रियाओं को अधिक बेहतर बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए गए हैं। इन प्रयासों का परिणाम है कि पिछले 20 माह में 17वीं बार हरियाणा पुलिस ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है।
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