'अधिकारी नहीं करते सम्मान...', हरियाणा में कांग्रेस विधायकों ने लगाया गंभीर आरोप
हरियाणा में कांग्रेस विधायकों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर प्रोटोकॉल का पालन न करने का आरोप लगाया है। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई समेत कई विधायकों ने स्पीकर को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। विधायकों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा उनके विशेषाधिकारों का हनन किया जा रहा है और सरकारी कार्यक्रमों की सूचना भी नहीं दी जा रही है। स्पीकर ने मामले में हस्तक्षेप कर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
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हरियाणा में कांग्रेस विधायकों ने अधिकारियों पर सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया है। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कांग्रेस विधायकों के प्रति प्रोटोकाल का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि उनके प्रति प्रोटोकाल का उल्लंघन विशेषाधिकारों का हनन है, जिसे रोके जाने की जरूरत है।
हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम एवं पंचकूला के कांग्रेस विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई ने पंचकूला नगर निगम के आयुक्त समेत कुछ अधिकारियों के विरुद्ध विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण को पत्र लिखकर प्रोटोकाल की उल्लंघना करने का आरोप लगाया है। चंद्रमोहन बिश्नोई से पहले छह कांग्रेस विधायक विधानसभा स्पीकर को प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध पत्र लिख चुके हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई से पहले थानेसर के विधायक एवं पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा, नारायणगढ़ की विधायक शैली चौधरी, सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया, शाहबाद मारकंडा के विधायक रामकरण काला, गुहला चीका के विधायक देवेंद्र हंस और मुलाना की विधायक पूजा चौधरी ने हरियाणा विधानसभा के स्पीकर को अलग-अलग पत्र लिखकर अधिकारियों द्वारा प्रोटोकाल नहीं अपनाने, उनके फोन नहीं उठाने तथा सरकारी कार्यक्रमों की सूचना नहीं देने के आरोप लगाए थे। कांग्रेस विधायकों के पत्र के बाद विधानसभा स्पीकर ने इस मुद्दे पर गंभीर रुख अपनाया और प्रशासनिक अधिकारियों को जरूरी हिदायतें दी।
मुलाना की विधायक पूचा चौधरी अंबाला के कांग्रेस सांसद वरुण मुलाना की धर्मपत्नी हैं। दिशा कमेटी की बैठकों में भी कांग्रेस सांसद प्रशासनिक अधिकारियों के रवैये पर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। रोहतक के कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा की डीसी के साथ कहासुनी हो चुकी है, जबकि वरुण मुलाना व कुमारी सैलजा भी बैठकों में प्रशासनिक अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं।
पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई ने स्पीकर को भेजी अपनी शिकायत में कहा कि कुछ अधिकारी ऐसे लोगों के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो पंचकूला की जनता के फैसले को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। ये अधिकारी लगातार विधायक के पद, अधिकारों और सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। चंद्रमोहन ने संविधान दिवस कार्यक्रम की सूचना नहीं देने का आरोप लगाते हुए विधानसभा अध्यक्ष से विधायकों की अनदेखी के मामले में हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
नारायणगढ़ की कांग्रेस विधायक शैली चौधरी ने पिछले सप्ताह स्पीकर को पत्र लिखकर अंबाला के जिला उपायुक्त अजय तोमर की शिकायत की थी। विधानसभा स्पीकर ने उपायुक्त को अपने कार्यालय में तलब कर जरूरी हिदायतें दी थी। कांग्रेस विधायक ने स्पीकर को शिकायत में अंबाला के उपायुक्त पर आरोप लगाया था कि जिला विकास समन्यव और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में उनके बैठने के स्थान को लेकर प्रोटोकाल का अनुपालन नहीं किया गया था। उनकी कुर्सी को एक पार्षद के बाद लगाया गया था, जो कि सम्मानजनक नहीं है। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।
चंद्रमोहन बिश्नोई और शैली चौधरी से पहले थानेसर के विधायक एवं पूर्व स्पीकर अशोक अरोड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर नगर निगम कुरुक्षेत्र की बैठक में पूर्व पार्षद के बिना अनुमति शामिल होने, धमकाने तथा गाली गलौच करने के आरोप लगाए थे।
सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया ने हाउसिंग बोर्ड के एसडीओ के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवा रखी है, जबकि मुलाना की विधायक पूजा चौधरी ने एचसीएस अधिकारी अमित कुमार की शिकायत कर रखी है। गुहला चीका के विधायक देवेेंद्र हंस ने बीडीपीओ की शिकायत दर्ज कराई हुई है, जबकि शाहबाद के विधायक रामकरण काला ने शाहबाद नगरपालिका के अधिकारियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई हुई है।

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