कांग्रेस विधायकों को दीवाली डिनर देंगे भूपेंद्र हुड्डा, चंडीगढ़ की महाबैठक 'वोट चोर-गद्दी छोड़' अभियान की रणनीति होगी तैयार
हरियाणा कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता बनने के बाद विधायकों को दीपावली का भोज देंगे। तीन नवंबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में कानून व्यवस्था, किसानों के मुद्दे और 'वोट चोर-गद्दी छोड़' अभियान पर चर्चा होगी। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी और सह प्रभारी भी बैठक में शामिल होंगे।

तीन नवंबर को चंडीगढ़ में होने वाली विधायक दल की बैठक में तय की जाएगी आंदोलन की रणनीति (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद कांग्रेस विधायकों और पार्टी के प्रमुख नेताओं को अपने निवास पर दीपावली का भोज देंगे। भूपेंद्र हुड्डा ने चंडीगढ़ में अपने सरकारी आवास पर कांग्रेस विधायकों का यह भोज तीन नवंबर को होने वाली विधायक दल की बैठक के बाद आयोजित किया है।
इस बैठक में हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल गुडधे भी शामिल होंगे। विधायक दल की बैठक में भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल की समीक्षा करते हुए न केवल जन आंदोलनों की रूपरेखा तैयार होगी, बल्कि पार्टी संगठन की मजबूती के लिए कार्यक्रम निर्धारित किए जाएंगे।
कांग्रेस हाईकमान ने करीब एक साल के लंबे इंतजार के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया है। 37 विधायकों वाली कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ा विपक्षी दल है, जिसके नाते भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में विपक्ष के नेता बने हैं। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नियुक्तियां एक साथ हुई हैं।
राव नरेंद्र ने अपनी नियुक्ति से पहले और बाद में राज्य के सभी प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया, लेकिन उनके नाम के साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट जुट गया है। कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद भी राव नरेंद्र के दायित्व ग्रहण कार्यक्रम में स्पष्ट रूप से कहकर गए हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राव नरेंद्र के हिसाब से सारे कार्यक्रम चलेंगे।
राव नरेंद्र ने हालांकि पूरी कोशिश की कि उनके नाम के आगे किसी गुट का टैग न जुड़े, लेकिन सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जिस तरह से राव नरेंद्र को अध्यक्ष बनने के बाद प्रमोट किया है, उससे साफतौर पर यह संदेश गया कि राव की नियुक्ति में भले ही सभी नेताओं की सहमति है, लेकिन प्रमुख भूमिका हुड्डा खेमे की रही है।
भूपेंद्र हुड्डा के विपक्ष का नेता और राव नरेंद्र के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद तीन नवंबर को कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक होने जा रही है। पहले यह बैठक पांच नवंबर को होनी प्रस्तावित थी, लेकिन इसे तीन नवंबर कर दिया गया है। चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस कार्यालय में होने वाली बैठक में राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर विशेष रूप से चर्चा होगी।
राज्य में आई भारी बरसात और बाढ़ के बाद किसानों को मुआवजा नहीं मिलने के मुद्दे पर भी कांग्रेस आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर सकती है। भूपेंद्र हुड्डा और राव नरेंद्र हाल ही में राज्य की अनाज मंडियों के दौरे पर निकले थे। वहां किसानों ने उन्हें जानकारी दी कि फसल एमएसपी पर नहीं बिक रही है। इस मुद्दे पर भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार से जवाब मांगा जा सकता है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र भी शामिल होंगे। हुड्डा के दोपहर के भोज में तीनों कार्यकारी प्रधानों को भी बुलाया गया है। सभी प्रमुख नेताओं की लिस्ट लगभग तैयार है। हुड्डा के आवास पर भोजन के निमंत्रण के लिए फोन जाने शुरू हो गए हैं। विधायक दल की बैठक में कांग्रेस पार्टी के वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान की समीक्षा की जाएगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पूरे देश में यह अभियान चालू किया था, जिसके तहत अभियान के समर्थन में लोगों के हस्ताक्षर कराए जाने हैं। अभियान के संचालन में त्योहारों की व्यस्तता के चलते लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका, जिस कारण हस्ताक्षर अभियान का लक्ष्य 30 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

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