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    हरियाणा में 11 साल बाद बना कांग्रेस संगठन... लिस्ट में बड़े चेहरे नहीं, फील्ड में काम करने वालों को मिली प्रधानी

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 08:33 AM (IST)

    11 साल के इंतजार के बाद हरियाणा कांग्रेस ने 32 जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है। पार्टी ने नए चेहरों को मौका दिया है जिनमें लंबे समय से सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हैं। पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी नहीं दी गई है। सूची में हुड्डा खेमे का दबदबा है लेकिन अन्य नेताओं के समर्थकों को भी शामिल किया गया है।

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    कांग्रेस जिलाध्यक्षों की सूची में हुड्डा के खेमे से जुड़े नेताओं को जगह (जागरण ग्राफिक्स)

    राज्य ब्यूरो, पंचकूला। हरियाणा में 11 साल के लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस का संगठन बनकर तैयार हो गया है। कांग्रेस पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट और राज्य के प्रमुख नेताओं के साथ हुए सलाह-मशविरा के बाद पार्टी हाईकमान ने 32 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी।

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    पानीपत ग्रामीण के जिलाध्यक्ष का नाम लंबित रखा गया है, जिसकी घोषणा बाद में होगी। हरियाणा में वैसे तो 22 जिले हैं, लेकिन पार्टी ने संगठनात्मक रूप से ग्रामीण व शहरी मिलाकर 33 जिले बना रखे हैं, जिनमें से 32 के जिलाध्यक्ष मंगलवार की देर रात को घोषित कर दिए गए हैं।

    कांग्रेस के संगठन की खास बात यह है कि बिल्कुल नये चेहरों को जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई है। जिलाध्यक्ष ऐसे कार्यकर्ताओं को बनाया गया, जो लंबे समय से फील्ड में सक्रिय थे।

    बड़े नेताओं को नहीं मिली जिम्मेदारी

    कांग्रेस हाईकमान ने लाडवा के पूर्व विधायक मेवा सिंह को छोड़कर किसी भी पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक अथवा सांसद या विधायक को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं दी है। पार्टी ने अधिकतर उन कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है, जो बरसों से संगठन में काम करते चले आ रहे हैं।

    अंबाला छावनी से विधानसभा चुनाव लड़े परविंदर परी, तोशाम से चुनाव लड़े अनिरुद्ध चौधरी और बादशाहपुर से उम्मीदवार रह चुके वर्धन यादव को पार्टी ने जिलाध्यक्ष पदों की जिम्मेदारी सौंपी है।

    परविंदर परी को अंबाला छावनी का जिलाध्यक्ष बनाया गया है, जिन्हें पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा का टिकट काटकर चुनावी रण में उतारा गया था।

    अनिरुद्ध को भी नियुक्त किया गया जिलाध्यक्ष

    पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के पोते और क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को भिवानी ग्रामीण का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अनिरुद्ध ने इस बार अपने परिवार की सदस्य श्रुति चौधरी के विरुद्ध चुनाव लड़ा था।

    श्रुति चौधरी हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। वर्धन यादव को गुरुग्राम ग्रामीण का जिलाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से लाडवा में चुनाव हारे पूर्व विधायक मेवा सिंह को कुरुक्षेत्र जिले का प्रधान नियुक्त किया गया है।

    हुड्डा के खेमे के ज्यादा नेता शामिल

    कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की सूची में अधिकतर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे के बताए जा रहे हैं। कांग्रेस हाईकमान ने कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और कैप्टन अजय यादव समर्थकों को भी जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देकर संतुलन बनाने की कोशिश की है।

    जिलाध्यक्षों की सूची में कई नाम ऐसे हैं, जो बेहद चौंकाने वाले हैं। पंचकूला के जिलाध्यक्ष संजय चौहान के बारे में कोई नहीं जानता।

    इन नामों के बारे में पार्टी के प्रमुख नेता एक दूसरे को फोन कर पूछते हुए नजर आए। सूची में 24 जिलाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थक बताए जा रहे हैं, जबकि छह जिलाध्यक्ष कुमारी सैलजा और एक-एक रणदीप सुरजेवाला व कैप्टन अजय यादव समर्थक बताए गए हैं।

    राहुल के दिए समय से डेढ़ माह बाद घोषित हुई लिस्ट

    लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के निर्देश पर पूरे राज्य में 22 केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने फील्ड पर जाकर जिलाध्यक्षों के लिए छह-छह नामों के पैनल तैयार किए थे।

    इन पैनलों में शामिल नामों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसके बाद उन्हें छंटनी कर दो नामों पर लाया गया। दो नामों से भी जब राहुल गांधी संतुष्ट नहीं हुए तो एक नाम का फाइनल पैनल तैयार किया गया। जिलाध्यक्षों की सूची फाइनल करने में जातीय समीकरणों का ध्यान रखा गया है।

    पूरी सूची में सिर्फ छह जाटों को प्रतिनिधित्व मिला है, जबकि बाकी जिलाध्यक्ष अन्य जातियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राहुल गांधी ने 30 जून तक जिलाध्यक्ष घोषित करने की समय सीमा निर्धारित की थी, लेकिन उनके द्वारा दी गई समय सीमा के करीब डेढ़ माह बाद जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो पाई है।

    कांग्रेस के इन नेताओं को बनाया गया जिलाध्यक्ष

    1. अंबाला कैंट - परविंदर परी
    2. अंबाला सिटी - पवन अग्रवाल
    3. अंबाला ग्रामीण - दुष्यंत चौहान
    4. भिवानी ग्रामीण - अनिरुद्ध चौधरी
    5. भिवानी शहर - प्रदीप गुलिया
    6. चरखी दादरी - सुशील धानक
    7. फरीदाबाद - बलजीत कौशिक
    8. फतेहाबाद - अरविंद शर्मा
    9. गुरुग्राम ग्रामीण - वर्धन यादव
    10. गुरुग्राम शहरी - पंकज डावर
    11. हिसार ग्रामीण - बृजलाल खोवल (सही नाम लाल बहादुर खोवाल)
    12. हिसार शहरी - बजरंग दास गर्ग
    13. झज्जर - संजय यादव
    14. जींद - रिशिपाल
    15. कैथल - रामचंद्र गुर्जर
    16. करनाल ग्रामीण - राजेश वैद्य
    17. करनाल शहरी - पराग गाबा
    18. कुरुक्षेत्र - मेवा सिंह
    19. महेंद्रगढ़ - सत्यवीर यादव
    20. नूंह (मेवात) - शाहिद खान
    21. पलवल - नेत्रपाल अधाना
    22. पंचकूला - संजय चौहान
    23. पानीपत ग्रामीण - रमेश मलिक
    24. रेवाड़ी - सुभाष चंद्र चावड़ी
    25. रेवाड़ी शहरी - प्रवीण चौधरी
    26. रोहतक ग्रामीण - बलवान सिंह रंगा
    27. रोहतक शहरी - कुलदीप सिंह
    28. सिरसा - संतोष बेनीवाल
    29. सोनीपत ग्रामीण - संजीव कुमार दहिया
    30. सोनीपत शहरी - कमल दीवान
    31. यमुनानगर ग्रामीण - नरपाल सिंह
    32. यमुनानगर शहरी - देवेंद्र सिंह।