हरियाणा में बेलदारों और नहर रक्षकों को मिलेगी अलग-अलग रंग की वर्दी, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी का बड़ा तोहफा
हरियाणा सरकार ने बेलदारों और नहर रक्षकों को अलग-अलग रंग की वर्दी देने का फैसला किया है। सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने कर्मचारी यूनियन की मांगों पर सहमति जताते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों के हितों के लिए संवेदनशील है और उन्हें उनके पद के अनुसार ही काम सौंपा जाएगा। जल संरक्षण में हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान मिला है, जिसका श्रेय कर्मचारियों को जाता है।

हरियाणा सरकार ने बेलदारों और नहर रक्षकों को अलग-अलग रंग की वर्दी देने का फैसला किया है (फोटो: जागरण)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में बेलदारों और नहर रक्षकों (कैनाल गार्ड) को उनके पदों के अनुसार अलग-अलग रंग की वर्दी उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे न केवल उनकी स्पष्ट पहचान सुनिश्चित हो सकेगी, बल्कि फील्ड में कार्य व्यवस्था और अधिक सुव्यवस्थित हो सकेगी।
ऑल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन के चरखी दादरी और कुरुक्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने कई मांगों पर सहमति जताई।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के हितों के प्रति पूर्णतः संवेदनशील है। विभाग में आपरेशन सर्कल के साथ-साथ कर्मचारियों के पदों का भी तर्कसंगतीकरण किया जा रहा है, ताकि प्रत्येक कर्मचारी को उसके पद अनुरूप ही कार्य सौंपा जा सके। इस दिशा में ठोस प्रयास जारी हैं।
कैबिनेट मंत्री ने यूनियन द्वारा प्रस्तुत मांगपत्र और समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए आश्वस्त किया कि सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। इस संबंध में वे मुख्यमंत्री नायब सिंह से भी विस्तृत चर्चा करेंगी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में जल संरक्षण में हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान मिला है, जिसका श्रेय विभाग के फील्ड कर्मचारियों की निष्ठा और परिश्रम को जाता है।
सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की प्रभारी मंत्री के रूप में हरियाणा को यह प्रतिष्ठा दिलाना उनके लिए सम्मान की बात है। इस उपलब्धि से उनके दादा स्वर्गीय चौधरी बंसी लाल द्वारा प्रदेश में बनाए गए नहर नेटवर्क और उठान सिंचाई प्रणाली के सपने साकार हो रहे हैं।
बैठक में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल ने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय को मूर्त्त रूप देने के लिए फाइल को वित्त विभाग व अन्य विभागों से प्रशासनिक स्वीकृतियां शीघ्र दिलवाई जाएंगी। इस दौरान विभाग के प्रमुख अभियंता राकेश चौहान, बीरेंद्र सिंह, डा. सतबीर कादयान ने भी अपनी बात रखी।

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