Haryana News: पहले BPL कार्ड बनाने पर राजनीति, अब काटे जाने पर बवाल, हकदारों के भी नाम भी लिस्ट से गायब
हरियाणा में बीपीएल कार्ड (Haryana BPL Card) बनाने और काटने पर राजनीति गरमाई हुई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने चुनाव से पहले कार्ड बनवाए और अब उन्हें रद्द कर रही है। भाजपा का कहना है कि अपात्रों के कार्ड रद्द किए गए हैं। फरीदाबाद में सबसे ज्यादा कार्ड रद्द हुए हैं जबकि चरखी दादरी में सबसे कम।

राज्य ब्यूरो, पंचकूला। Haryana BPL Card: हरियाणा में गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले लोगों के बीपीएल कार्ड बनाने और अब काटने पर जबरदस्त राजनीति चल रही है।
चुनाव के समय लाखों बीपीएल कार्ड बनाए गए थे और अब काटे जा रहे हैं। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के राशन कार्ड रद करने के मामले में विपक्षी नेता मुखर होने लगे हैं।
उनका आरोप है कि सरकार ने लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव के पहले लोगों को रिझाने के लिए राशन कार्ड बनवा दिए। अब ऐसे लोगों के राशन कार्ड रद किए जा रहे जो वास्तव में उनके हकदार हैं।
भाजपा की ओर से पलटवार कर कहा जा रहा है कि राशन कार्ड उनके रद किए गए हैं जो गरीबों के हक पर डाका डाल रहे थे अथवा गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। कार-कोठी होने के बाद भी सरकारी योजना का लाभ ले रहे थे।
फरीदाबाद में सबसे ज्यादा कटे नाम
फरीदाबाद में सबसे अधिक बीपीएल राशन कार्ड रद हुए, जबकि प्रदेश में चरखी दादरी ऐसा जिला है, जहां पर रद होने वाले कार्डों की संख्या सबसे कम है। फरीदाबाद में 20 हजार 266 कार्ड हटाए गए। इसके बाद पानीपत में 15,502 और करनाल में 15,059 बीपीएल कार्ड रद किए गए हैं।
अंबाला में 14,501, गुरुग्राम में 14,301, सोनीपत में 12,498, यमुनानगर में 10,964 और कुरुक्षेत्र में 10,278 बीपीएल कार्ड काटे गए है। चरखी दादरी में सबसे कम 1,568 राशन कार्ड रद किए गए है। रोहतक में 9,210, कैथल में 8,783, हिसार में 8,656, सिरसा में 7,896, झज्जर में 7,715, फतेहाबाद में 6,172, जींद में 5,593, भिवानी में 5,298, रेवाड़ी में 4,412 कार्ड रद हुए हैं।
पलवल में 4,384, पंचकूला में 2,785, महेंद्रगढ़ में 2,768, नूंह में 2,604 राशन कार्ड रद किए गए है। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस तथा इनेलो तथा अन्य दलों के नेता सरकार को घेरने में लगे हैं।
विपक्षी दलों ने कसा निशाना
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, इनेलो अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कहना है कि चुनाव के समय जल्दीबाजी में वोटरों को प्रलोभन देने के लिए गलत बीपीएल कार्ड बनाए गए। अब गलत ढंग से पात्र लोगों के बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं।
इन नेताओं का कहना है कि हमने चुनाव आयोग से बीपीएल कार्ड घोटाले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने की मांग है। हरियाणा में चुनाव से पूर्व बीपीएल कार्डों की संख्या 27 लाख थी, जिन्हें करीब 75% बढ़ाकर लोकसभा चुनाव तक 45 लाख कर दिया गया था।
विधानसभा चुनाव तक यह संख्या 51.09 लाख हो गई थी। अब चुनाव हो चुका है तो बीपीएल कार्ड खत्म किए जा रहे हैं।
बडौली ने खारिज किए आरोप
हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोप निराधार हैं। परिवार पहचान पत्र में लोगों ने आमदनी के आंकड़े गलत दर्ज किए थे।
सर्वे के बाद गलती पाए जाने पर राशन कार्ड रद किए गए हैं। पात्र लोगों के राशन कार्ड रद नहीं हुए हैं। कुछ गिने-चुने कार्ड धारक के गलती से हुए होंगे तो उन्हें जिला स्तर पर ठीक किया जा रहा है।
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