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    Blackout in Haryana: 10 मिनट तक अंधेरे में डूबे रहे शहर और गांव, सभी जिलों में हुई मॉक ड्रिल

    पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सेना के ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में हरियाणा में ऑपरेशन अभ्यास किया गया। शाम को हूटर बजते ही पूरे प्रदेश में ब्लैकआउट किया गया सड़कें वीरान हो गईं। मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को आपदा की स्थिति के लिए तैयार करना था। गृह सचिव ने कहा कि अब हर साल 7 मई को मॉक ड्रिल होगी।

    By Sudhir Tanwar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 07 May 2025 09:15 PM (IST)
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    सेना के ''आपरेशन सिंदूर'' के बाद सिविल डिफेंस का ''आपरेशन अभ्यास''

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद बुधवार को आमजन ने ऑपरेशन अभ्यास में बखूबी साथ निभाया। शाम को 7.50 बजे हूटर की आवाज के साथ ही लगभग सभी स्थानों पर लाइटें बुझा दी गईं, जिससे गांव और शहर अंधेरे में डूब गए।

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    इस दौरान सड़कें भी वीरान नजर आईं। रात आठ बजे हूटर बजने के साथ ही ब्लैक आउट खत्म हुआ, जिसके बाद पहले की स्थिति बहाल हो गई। हालांकि मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट के दौरान कुछ स्थानों पर लापरवाही भी सामने आई।

    सभी जिलों में हुई मॉक ड्रिल

    पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई के बाद बदले माहौल में प्रदेश सरकार ने भी सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल की रणनीति में बदलाव कर दिया।

    पहले जहां 11 जिलों अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर और झज्जर में मॉक ड्रिल की जानी थी, वहीं बुधवार सुबह मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपायुक्तों संग बैठक में सभी जिलों में अभ्यास करने का आदेश जारी कर दिया।

    शाम को गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने पंचकूला में स्थापित कंट्रोल रूम से ऑपरेशन अभ्यास के तहत प्रदेश में आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की मानिटरिंग की।

    हर साल 7 मई को होगी मॉक ड्रिल

    इस दौरान उन्होंने डायल 112 पर आने वाली फोन कॉल्स के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। गृह सचिव ने कहा कि वैसे तो सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल हरियाणा के 11 जिलों के लिए अनिवार्य थी, लेकिन तैयारियों को मजबूत करने के लिए हमने सभी जिलों में मॉक ड्रिल कराई है। हर साल सात मई को नियमित रूप से मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी ताकि 3 पी-तैयारी, सावधानी और कोई घबराहट नहीं को सुनिश्चित किया जा सके।