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    हरियाणा BJP चीफ की रेस में नया ट्विस्ट, बिहार चुनाव के बाद 'जातीय समीकरण' को ध्यान में रखकर लिया जाएगा फैसला?

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 03:17 PM (IST)

    हरियाणा भाजपा अध्यक्ष पद के लिए बिहार चुनाव के बाद फैसला संभव है। विभिन्न जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कई नेता इस पद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के साथ-साथ आरएसएस नेताओं से भी संपर्क साधा जा रहा है। मोहन लाल बडौली के भविष्य पर भी निर्णय चुनाव नतीजों के बाद ही होगा।

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    हरियाणा भाजपा अध्यक्ष पद के लिए बिहार चुनाव के बाद फैसला संभव है (फाइल फोटो)

    अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। बिहार में चल रहे विधानसभा चुनाव के साथ-साथ हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों में जबरदस्त लाबीइंग चल रही है। प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल भाजपा नेता न केवल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के संपर्क में हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं का भी आशीर्वाद प्राप्त करने में लगे हैं।

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    संभावना जताई जा रही है कि बिहार चुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष पद पर बदलाव देखने को मिल सकता है। इस पद के लिए विभिन्न जाति वर्ग के आधा दर्जन नेता दावेदारी जता रहे हैं।

    हरियाणा भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष मोहन लाल बडौली की भी कोशिश है कि वे इस पद पर बने रहें। इसके लिए सरकार और संगठन में उनकी बढ़ती सक्रियता काम आ सकती है।

    बिहार चुनाव के नतीजों के बाद यदि पार्टी को लगा तो मोहन लाल बडौली को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी से अलग कर राष्ट्रीय टीम में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।

    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके औमप्रकाश धनखड़ इस समय पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी ओबीसी समाज से हैं, जबकि पार्टी के प्रदेश प्रभारी डा. सतीश पुनिया जाट समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।

    मोहन लाल बडौली के स्थान पर यदि पार्टी ने किसी दूसरे नेता को जिम्मेदारी दी तो जातीय व क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा जाएगा। कांग्रेस ने हाल ही में अहीरवाल से राव नरेंद्र (नारनौल) को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है, जो कि ओबीसी समाज से आते हैं।

    इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा (कैथल) जाट समाज से हैं, जबकि जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा (करनाल) ब्राह्मण समाज से हैं। भाजपा में पंजाबी समुदाय से पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर (रोहतक) और पूर्व सांसद संजय भाटिया (करनाल) के नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चा में हैं।

    वैश्य समुदाय से पूर्व मंत्री असीम गोयल (अंबाला) और अनुसूचित जाति वर्ग से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल (सिरसा) के नामों की चर्चा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए की जा रही है।

    भाजपा ने यदि ब्राह्मण मोहन लाल बडौली को हटाकर ब्राह्मण को ही प्रदेश अध्यक्ष बनाने का मौका दिया तो सीएम के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ (फरीदाबाद) का नाम मजबूती से चर्चा में बना हुआ है।

    जातीय संतुलन साधने की कड़ी में भाजपा ने यदि किसी जाट नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी तो प्रदेश महामंत्री एवं कार्यालय प्रमुख सुरेंद्र पुनिया (हिसार) का नाम चर्चा में है।

    हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु (हिसार-रोहतक) के नाम की चर्चा भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए पार्टी में चल रही है। भाजपा सूत्रों के अनुसार इन मजबूत दावेदारों के अलावा करीब आधा दर्जन और नेता अपने-अपने प्रयासों से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए लाबीइंग कर रहे हैं।

    लेकिन संघ और पार्टी के आंतरिक सर्वे में उपरोक्त दावेदारों के नाम ही मजबूती से उभरकर सामने आए हैं। चर्चा है कि बिहार चुनाव के बाद पार्टी फैसला लेगी कि मोहन लाल बडौली की सेवाएं प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जारी रखनी हैं अथवा उनके स्थान पर किसी दूसरे नेता को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा जाना है।