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    'उस रात मैं और मेरी दोस्त...', हरियाणा BJP अध्यक्ष पर लगा दुष्कर्म का आरोप कितना सच? महिला की दोस्त ने बताई कहानी

    Updated: Wed, 15 Jan 2025 08:21 PM (IST)

    भाजपा नेता मोहन लाल बडौली और गायक रॉकी मित्तल पर दुष्कर्म के आरोपों में नया मोड़ आया है। दरअसल चश्मदीद गवाह ने सभी आरोपों को बताया झूठा। पीड़िता की दोस्त ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ हम सब एक ही कमरे में रुके थे। महिला ने बताया कि यह केवल दबाव बनाने और पैसे ऐंठने की साजिश लग रही है।

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    Haryana News: भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली (जागरण संवाददाता)

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। Haryana News: भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली और गायक रॉकी मित्तल पर दुष्कर्म के आरोप लगाने के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया, जब इस प्रकरण की चश्मदीद गवाह ने सभी आरोपों को झूठा बता दिया।

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    जिस युवती द्वारा दुष्कर्म के आरोप लगाए गए हैं, उसकी दोस्त और गवाह बुधवार को मीडिया के सामने आई और उसने कहा कि युवती द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे बिल्कुल झूठे हैं और ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

    पीड़िता की दोस्त ने कहा कि वह और उसकी दोस्त 7 जुलाई 2023 को कसौली घूमने गए थे। इसके बाद वह रॉकी मित्तल से मिले थे। वह, पीड़िता और उनका बॉस एक ही रूम में रुके थे और इस तरह की कोई भी बात वहां पर नहीं हुई।

    'यह घटना जुलाई 2023 की है'

    दिल्ली की युवती ने कहा कि मुझे गवाह बनाया गया है, लेकिन कोई घटना ही नहीं हुई। युवती ने बताया कि 7 जुलाई, 2023 को मेरी दोस्त ने मुझे कहा था कि मेरे बॉस के साथ घूमने के लिए कसौली चलते हैं। वहां पर रॉकी मित्तल से मुलाकात हुई थी।

    उस रात को मैं, मेरी दोस्त और उसका बॉस वहीं पर रात को रुके और अगली सुबह वापस चले गए। जिस रूम में हम रुके हुए थे, वहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। एफआईआर में मेरा नाम गलत तरीके से डाला गया था। युवती के बॉस को कहा गया था कि उसके बॉस को चेयरमैन की टिकट मिलेगी, रुपये मिलेंगे।

    'मैं मोहनलाल बडोली से कभी नहीं मिली'

    इस गवाह ने कहा कि मोहनलाल बडोली से वह कभी नहीं मिली है। उसकी दोस्त और उसके बॉस अमित का कोई टिकट और चेयरमैन का मामला है, जिसके बारे में उसे पूरी जानकारी नहीं है। मोहनलाल बडोली को उसने कभी भी होटल में नहीं देखा और ना ही कभी पहले वह मिली है।

    इस गवाह ने कहा कि मीडिया में आने के बाद मैंने उनका फोटो देखा है। अगर कुछ गलत होता, तो तुरंत एफआईआर दर्ज करवाने जाते। इतने समय बाद केस दर्ज करवाने का कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा और यह केवल दबाव बनाने और पैसे ऐंठने की साजिश लग रही है।

    'इसके लिए पैसे मिलेंगे, लेकिन...'

    युवती ने कहा कि उसकी दोस्त ने उस पर दबाव बनाया, लेकिन मैंने उसे मना कर दिया और वह कह रही थी कि इसके लिए पैसे मिलेंगे। गवाह ने मीडिया के सामने कहा कि आरोप लगाने वाली मेरी दोस्त ने एफआईआर दर्ज करवाने के बाद मेरे घर पर आकर काफी ड्रामा किया था।

    मैंने साफ कह दिया था कि मैं गवाह नहीं बनूंगी। मुझे पुलिस ने कई बार बुलाया। मेरा परिवार मेरी समर्थन में है। कसौली थाने जाकर आई हूं और उन्होंने मुझे बयान देने के लिए कहा है। मेरा नाम जानबूझकर एफआईआर में डाला गया है। दुष्कर्म जैसा कुछ भी नहीं हुआ। गवाह ने स्पष्ट तौर पर दुष्कर्म के आरोपों को नकार दिया।

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