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    हरियाणा विधानसभा में दी गई चौधरी बंसीलाल को श्रद्धांजलि, गोरखपुर परमाणु संयंत्र के नामकरण की उठी मांग

    हरियाणा विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल को श्रद्धांजलि दी गई। फतेहाबाद परमाणु ऊर्जा संयंत्र का नाम उनके नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें कर्मयोगी और कुशल प्रशासक बताया। मंत्री श्रुति चौधरी ने बंसीलाल सरकार में बिना पर्ची-खर्ची नौकरी मिलने की बात कही और उनके द्वारा धरातल पर किए गए विकास कार्यों को सराहा।

    By Sudhir Tanwar Edited By: Anku Chahar Updated: Tue, 26 Aug 2025 05:31 PM (IST)
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    विधानसभा में याद किए गए हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल (फाइल फोटो)

    सुधीर तंवर, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में मंगलवार को राज्य के चार बार मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे स्व. बंसीलाल को याद किया गया।

    फतेहाबाद के गोरखपुर में निर्माणाधीन परमाणु ऊर्जा संयंत्र का नामकरण हरियाणा के विकास पुरुष कहे जाने वाले स्वर्गीय चौधरी बंसी लाल के नाम पर करने की मांग उठी है।

    हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को जब माननीय स्वर्गीय बंसीलाल को उनके जन्मदिन पर नमन कर रहे थे तो कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने यह मांग उठाई।

    CM नायब सैनी ने दी श्रद्धांजलि

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे बंसी लाल को जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 11 वर्षों से अधिक समय तक उन्होंने प्रदेश का नेतृत्व किया।

    इस दौरान उन्होंने प्रदेश के चहुंमुखी विकास को सुनिश्चित किया, जिससे उन्हें प्रदेश का निर्माता कहा जाता है।

    वे सात बार हरियाणा विधानसभा के सदस्य, तीन बार लोकसभा के सदस्य और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे।

    केंद्र सरकार में भी उन्होंने रक्षा, परिवहन और रेलवे मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालकर अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली का परिचय दिया।

    चौधरी बंसीलाल पर क्या बोले CM सैनी?

    नायब सैनी ने कहा कि स्व. बंसीलाल एक कर्मयोगी, मूल्य-आधारित राजनीति के प्रतीक और कुशल प्रशासक थे। उनका व्यक्तित्व स्पष्टवादी और दूरदर्शी था।

    पांच दशकों के उनके राजनीतिक जीवन में उनके कठोर परिश्रम और नीतियों ने हरियाणा को नई पहचान दिलाई। उनका योगदान और उनकी दूरदर्शी नीतियां हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती रहेंगी।

    वहीं, चौधरी बंसी लाल की पौत्री और वर्तमान में महिला एवं बाल विकास और सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने एक आइएएस अधिकारी के अनुभव साझा करते हुए कहा कि बंसी लाल की सरकार में भी बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरियां मिलती थी।

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    उन्हें किताबों से बड़ा प्रेम था। जब भी कोई खास अवसर होता, वह उन्हें भेंट में पुस्तकें ही उपहार में देते थे।

    चौधरी बंसी लाल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहीं श्रुति ने कहा कि विकास पुरुष कोई पोस्टर-बैनर से नहीं बनता, बल्कि वास्तव में धरातल पर किए कामाें से ही यह पहचान मिलती है।

    श्रुति चौधरी के सिर पर पगड़ी रखकर दिया बड़ा संदेश

    विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने पूर्व मुख्यमंत्री से जुड़ी यादें ताजा करते हुए कहा कि चौधरी सुरेंद्र सिंह के स्वर्गवास के बाद चौधरी बंसी लाल ने श्रुति चौधरी के सिर पर पगड़ी रखकर बड़े सामाजिक बदलाव का संदेश दिया था। तब ऐसी हिम्मत चौधरी बंसीलाल जैसी शख्सीयत ही दिखा सकती थी।