Haryana Election 2024: कांग्रेस 7 पर तो AAP 10 सीटों पर अडिग, हरियाणा में दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर फंसा पेंच
Haryana Election 2024 हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बात नहीं बन पा रही है। जहां कांग्रेस आप को 7 सीटें देना चाहती हैं। वहीं आम आदमी पार्टी चाहती है कि प्रदेश की हर लोकसभा सीट से उसे एक एक सीट दी जाए। इस तरह आम आदमी पार्टी 10 विधानसभा सीट कांग्रेस से चाहती है।
पीटीआई, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की कोशिशें तेज हो गई हैं। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत जारी है। जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी 90 में से 10 सीटों की मांग कर रही है, जबकि कांग्रेस सिर्फ सात सीटें देने को तैयार है।
पीटीआई के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल पहले ही दो दौर की बातचीत कर चुके हैं और एक-दो दिन में फिर से मिलने की संभावना है।
हर लोकसभा क्षेत्र से आप मांग रही एक सीट
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) 10 सीटों की मांग कर रही है। हालांकि, कांग्रेस कुल 90 सीटों में से सिर्फ सात देने को तैयार है। आप ने 10 लोकसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक से एक सीट का दावा किया है।
इससे पहले दिन में आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उन खबरों का स्वागत किया जिसमें दावा किया गया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में आप के साथ गठबंधन की संभावना में रुचि दिखाई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा को हराना सभी विपक्षी दलों की प्राथमिकता है।
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उन्होंने कहा कि गठबंधन के बारे में कोई भी निर्णय आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से लिया जाएगा। अरविंद केजरीवाल वर्तमान में आबकारी नीति से संबंधित मामलों में जेल में हैं।
राहुल गांधी ने गठबंधन की संभावना पर व्यक्त की रुचि
कई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गांधी ने सोमवार को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आप के साथ गठबंधन की संभावना में रुचि व्यक्त की।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा और उसकी नफरत की राजनीति और लोगों, किसानों और युवाओं के खिलाफ राजनीति को हराना हम सभी की प्राथमिकता है। हालांकि, सिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी आधिकारिक रुख आप के हरियाणा मामलों के प्रभारी संदीप पाठक और प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता द्वारा बनाया जाएगा।
आप के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस संबंध में कोई भी अंतिम निर्णय केजरीवाल की मंजूरी के बाद हरियाणा में संगठनात्मक और चुनाव संबंधी कार्यों से जुड़े हमारे नेताओं द्वारा लिया जाएगा। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल के रिहा होने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं से राय मांगी है और केवल वे ही इसका जवाब दे सकते हैं। हमें मीडिया से इस बारे में पता चला है। जहां तक गठबंधन की बात है, तो अरविंद केजरीवाल के बाहर आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।
'पार्टी राज्य में मजबूत, अपने दम पर लड़ेंगे चुनाव'
हालांकि, हरियाणा में कांग्रेस नेताओं ने राज्य में आप के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है। हाल ही में हरियाणा में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में मजबूत है और अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
इससे पहले, भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) में भागीदार कांग्रेस और आप ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए सीटों का समायोजन किया था। हरियाणा में आप के प्रदेश अध्यक्ष गुप्ता राज्य में लोकसभा चुनावों में पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार थे। वे भाजपा के नवीन जिंदल से हार गए थे।
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