AI से जुड़ेगा हरियाणा 112, इमरजेंसी में तुरंत पहुंचेंगे पुलिस वाहन और एंबुलेंस
हरियाणा 112 आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) जल्द ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ेगा। मैनुअल डिस्पैच सिस्टम की जगह एआइ से संचालित आटो डिस्पैच सिस्टम शुरू होगा जिसका पायलट प्रोजेक्ट जुलाई में शुरू होगा। अभी तक 2.31 करोड़ से अधिक काल रिसीव हुई हैं। आपात स्थितियों से निपटने के लिए 46.60 लाख वाहन भेजे गए हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा 112 आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ईआरएसएस) से जुड़ेगा। आपात स्थिति में मैनुअल डिस्पैच सिस्टम के बदले एआइ से संचालित आटो डिस्पैच सिस्टम शुरू किया जाएगा।
जुलाई में पायलट आधार पर नया सिस्टम शुरू किया जाएगा। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित 112 ईआरएसएस की राज्य अधिकार-प्राप्त समिति (एसईसी) की बैठक में बताया गया कि अभी तक 2.31 करोड़ से अधिक काल रिसीव की गई हैं।
आपात स्थितियों से निपटने के लिए भेजे गए इतने वाहन
इस दौरान प्रदेश भर में आपात स्थितियों से निपटने के लिए 46.60 लाख वाहन भेजे गए। विगत अप्रैल में ही 6,06,039 काल रिसीव की गई। जबकि पिछले साल समान अवधि में 5,35,111 और अप्रैल 2022 में 4,68,359 काल रिसीव की गईं थी।
पुलिस रिस्पांस टाइम अप्रैल 2022 के 12 मिनट चार सेकेंड से घटकर अप्रैल 2025 में केवल सात मिनट तीन सेकेंड रह गया। मेडिकल इमरजेंसी रिस्पांस टाइम 2022 के 25 मिनट 44 सेकंड से घटकर 2025 में 12 मिनट 50 सेकंड रह गया।
हर जिले में 5 ERV तैनात
मुख्य सचिव ने बताया कि हर जिले में पांच आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) तैनात किए गए हैं। इससे आपातकालीन सेवाओं की क्षमता और पहुंच बढ़ी है। गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने सभी जिलों में अस्पतालों की मैपिंग करने की आवश्यकता जताई ताकि सड़क दुर्घटना पीड़ितों को कम से कम समय में चिकित्सा सहायता मुहैया करवाई जा सके।
यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए नवंबर 2023 में शुरू की गई ट्रिप मॉनिटरिंग सर्विस (टीएमएस) से 300 से अधिक यात्राओं को सफलतापूर्वक ट्रैक किया जा चुका है।
94 हजार कामकाजी महिलाओं और छात्राओं का एक सत्यापित डेटाबेस बनाया है जो आपात स्थिति के दौरान त्वरित पहचान और प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने में मदद करता है।
87 हजार से अधिक पंजीकृत आटो-रिक्शा का डेटाबेस भी सिस्टम में एकीकृत किया गया है ताकि इन वाहनों से जुड़ी घटनाओं के दौरान रिसपांस टाइम में सुधार हो सके।
पुलिस महानिदेशक ने क्या बताया?
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा 112 ने चेतावनी के बाद अपमानजनक (अब्यूसिव) काल करने वालों को स्वचालित रूप से ब्लाक करने की व्यवस्था शुरू की है, जिससे आपातकालीन सेवाओं के दुरुपयोग में कमी आएगी।
उन्होंने बताया कि बार-बार अपराध करने वालों पर नजर रखी जाती है और पांचवीं बार ऐसा होने पर उनके स्थान पर इमर्जेंसी रिस्पांस व्हीकल (ईआरवी) भेजा जाता है। इस रणनीति के चलते अपमानजनक काल की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। एंबुलेंस और अग्निशमन वाहनों में बेहतर समन्वय के लिए सिम कनेक्टिविटी और मोबाइल डिवाइस प्रबंधन लाइसेंस के साथ 423 मोबाइल डेटा टर्मिनल (एमडीटी) खरीदे हैं।
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