'विकसित भारत और विकसित हरियाणा' विजन पर काम कर रही सरकार, राज्य के 60वें स्थापना दिवस पर बोले राज्यपाल अशिम कुमार घोष
हरियाणा के राज्यपाल असीम कुमार घोष ने राज्य के 60वें स्थापना दिवस पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी के मार्गदर्शन में हरियाणा ने स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, निवेश और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य सरकार "सबका साथ, सबका विकास" सिद्धांत पर काम कर रही है, जो विकसित भारत और हरियाणा का मार्ग प्रशस्त करता है। हरियाणा ने 1966 से अब तक सभी क्षेत्रों में तीव्र विकास किया है, प्रति व्यक्ति आय और जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और डिजिटल मॉडल प्रस्तुत किया है। इस अवसर पर राज्य गीत का भी लोकार्पण किया गया।

हरियाणा दिवस के अवसर पर पंचकूला में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल असीम कुमार घोष ने कहा कि हरियाणा राज्य ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के समर्पित प्रयासों से, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, औद्योगिक विकास, निवेश प्रोत्साहन, बुनियादी ढाँचे के उन्नयन और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए, राज्य सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत के साथ पूर्ण समन्वय के साथ कार्य कर रही है, जो विकसित भारत व विकसित हरियाणा के विजन को साकार करने का रोडमैप है।
राज्यपाल आज हरियाणा के 60वें स्थापना दिवस के अवसर पर पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने हरियाणा के लोगों को हरियाणा दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इससे पूर्व राज्यपाल ने अपनी धर्मपत्नी एवं लेडी गवर्नर श्रीमती मित्रा घोष व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ हरियाणा की संस्कृति एवं विरासत को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर पर्यटन एवं विसारत मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता भी उनके साथ थे।
राज्यपाल ने हरियाणा की विरासत पर लगी प्रदर्शनी व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि इन प्रस्तुतियों से यह प्रतीत होता है कि हरियाणा की संस्कृति एवं विरासत का भविष्य बहुत सुनहरा है। उन्होंने कहा कि राजभवन से उनको हरियाणा के लोगों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। यह उनके लिए यह बहुत ही गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर, 1966 को अपने गठन के बाद से, हरियाणा सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ विकास और समृद्धि के साथ तीव्र विकास के पथ पर अग्रसर है। यह यात्रा हरियाणा के लोगों की कड़ी मेहनत, दृढ़ता और उद्यमशीलता से संभव हुई है। जब हम राज्य की59 वर्षों की विकास यात्रा के इतिहास की समीक्षा करते हैं, तो पाते हैं कि राज्य ने गरीबी से समृद्धि तक कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं।
हरियाणा देश के क्षेत्रफल का केवल 1.34 प्रतिशत और जनसंख्या का 2.09 प्रतिशत होने के बावजूद भी देश के सकल घरेलू उत्पाद में 3.6 प्रतिशत योगदान दे रहा है। राज्य कि प्रति व्यक्ति आय बड़े राज्यों में सबसे ज़्यादा है, जो लगभग 3 लाख 53 हज़ार है, जबकि 1966 में यह मात्र 343 रुपये थी। 1966 में राज्य का निर्यात केवल 4 करोड़ 50 लाख रुपये था, जो अब बढ़कर 2 लाख 75 हज़ार करोड़ से ज़्यादा हो गया है। इसी प्रकार हरियाणा प्रति व्यक्ति GST संग्रह में बड़े राज्यों में भी अग्रणी हैं। दुनिया की 250 से अधिक फॉर्च्यून कंपनियों के कार्यालय हरियाणा में स्थित हैं।उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहाँ 24 फसलों को खरीद MSP पर की जाती है।
देश में गन्ने का सर्वाधिक मूल्य 415 रुपये प्रति क्विंटल देने वाला राज्य भी हरियाणा ही है। राज्य में 3,200 रुपये प्रति माह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है, जो देश में सबसे ज्यादा है। हरियाणा का हर जिला राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा है। पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देकर हरियाणा ने देश के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत किया है। राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण और अनुसूचित जातियों एवं अन्य पिछड़ा वर्गों जैसे समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा की जा रही पहल सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हरियाणा के लोग इस बात से सहमत होंगे कि सही और सतत विकास तभी प्राप्त किया जा सकता है जब प्रत्येक कल्याणकारी योजना और सेवा का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुँचे और हरियाणा सरकार भी यह सुनिश्चित करने पर अडिग है कि विकास का लाभ प्रत्येक नागरिक को मिले। राज्यपाल ने कहा कि सामूहिक प्रयासों में हम समानता, समता, न्याय और बंधुत्व के आदर्शों को कायम रखेंगे और अपने हरियाणा के गौरव को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएँगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने राज्यपाल को हरियाणा की आन बान शान का प्रतीक पगड़ी व किसान, खिलाड़ी, महिला सशक्तिकरण में राज्य की प्रगति के प्रतीकों को दर्शाता अनूठा स्मृति चिह्न और शाल भेंट कर सम्मानित किया। जिसे देखकर राज्यपाल गदगद हो गए। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने 28 मार्च 2025 को अपनाए गए राज्य गीत “जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा। पावन धरती वेदों की, जहां हुआ हरिका आना।।“ के फिल्मांकन का रिमोट से बटन दबाकर लोकार्पण भी किया।
त्वरित ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से हरियाणा ने देश के समक्ष प्रस्तुत किया डिजिटल मॉडल: अनुराग रस्तोगी
मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने अपने स्वागत भाषण में राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित सभीगणमान्य व्यक्तियों का हरियाणा दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचने पर स्वागत व अभिनन्दन किया और हरियाणा के लोगों को 60वें स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन हरियाणा के लोगों केलिए गर्व और गौरव दिन है। हम आज राज्य का 60वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा पहली नवंबर 1966 को तत्कालीन पंजाब राज्य से अलग राज्य बना तो उस समय लोग सोचते थे कि हरियाणा अपना अस्तित्व बचा पाएगा या नहीं।
राज्य की अपनी आय इतनी कम है कि कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पाएगा। वर्ष 1967-68 में हरियाणा का पहला बजट 19.30 करोड़ रुपये का था। उन लोगों को यह पता नहीं था कि हरियाणा के लोग कितने मेहनती, कर्मठ व दृढ इच्छाशक्ति वाले हैं ना तो वे कठिनाइयों से घबराते हैं और ना ही उपलब्धियों से रुकते हैं। ऐसे लोगों की बदौलत ही हरियाणा आज देश के कई बड़े राज्यों से अधिक राजस्व अर्जित कर रहा है। हम कृषि, उद्योग व तकनीक की त्रिवेणी को लेकर राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। पूरे देश में क्षेत्रफल में हरियाणा मात्र 1.3 प्रतिशत है अर्थात 1000 में 13 है, लेकिन देश की जीडीपी में 3.6 प्रतिशत अर्थात 1000 में 36 अर्थात अपने क्षेत्रफल की तुलना में लगभग तीन गुणा का योगदान दे रहा है।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी प्रशासन, नागरिक केंद्रित योजनाओं और त्वरित ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से हरियाणा ने देश के समक्ष डिजिटल मॉडल प्रस्तुत किया है। हमारे सैनिकों का साहस, किसानों का परिश्रम, मजदूरों की लगन, उद्यमियों का उद्यम और युवाओं की ऊर्जा हमारी असली ताकत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने हर क्षेत्र में प्रगति की लेकिन इतने वर्षों में हरियाणा राज्य का अपना राज्य गीत नहीं था।
इसके लिए दो वर्ष पूर्व विधानसभा में सरकारी प्रस्ताव पास किया कि राज्य का अपना गीत हो। इसके लिए विधानसभा की एक कमेटी का गठन किया गया। जिसकी सिफारिशों के आधार पर 28 मार्च 2025 को विधानसभा सत्र के दौरान राज्य गीत को अपनाया था। आज हरियाणा के पास अपना राज्यगीत भी है। मुख्य सचिव ने आशा व्यक्त की, कि प्रदेश का हर व्यक्ति स्वस्थ, शिक्षित व स्वावलम्बी हो और प्रदेश की प्रगति में अपना योगदान दे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्यप्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा और कला एवं संस्कृति विभागों के महानिदेशक श्री के एम पांडुरंग के अलावा राज्य सरकार के सेवारत व सेवानिवृत वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे व प्रदेश के कौने-कौने से आए अन्य नागरिक उपस्थित थे।

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