हरियाणा की बेटियों के लिए अच्छी खबर, 5 हजार नर्सों को इजरायल में मिलेगी नौकरी
हरियाणा कौशल रोजगार निगम को केंद्र सरकार द्वारा भर्ती एजेंसी के रूप में मान्यता मिलने से विदेश में नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। इजरायल में पांच हजार नर्सों की भर्ती की जाएगी और अन्य देशों में भी युवाओं को रोजगार मिलेगा। यह कदम युवाओं को फर्जी एजेंसियों से बचाएगा और सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करेगा। युवाओं को लगभग पौने दो लाख रुपये मासिक वेतन मिलेगा।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। विदेश में नौकरी अथवा शिक्षा प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम को रिक्रूटिंग एजेंसी के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है। इसके लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम को केंद्र सरकार से लाइसेंस प्राप्त हो चुका है।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से पहले ही इजरायल, जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में राज्य के युवाओं को रोजगार दिलाए जा चुके हैं। अब इसी एजेंसी के माध्यम से इजरायल की करीब पांच हजार नर्सिंग स्टाफ की जरूरत को पूरा किया जाएगा।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम की ओर से पिछले दिनों इजरायल में 225 निर्माण वर्करों को नौकरी पर भेजा जा चुका है, जबकि 30 युवाओं को जर्मनी में रोजगार दिलाए गए हैं। रशिया, स्लोवाकिया, नार्वे और जर्मनी में 150 युवाओं को वेयरहाउसिंग वर्कर और हेल्पर के साथ फूड प्रोसेसिंग इकाइयों में रोजगार प्रदान कराए गए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात ने दुबई के लिए करीब 100 ड्राइवरों की मांग की है, जिन्हें भेजने की प्रक्रिया राज्य सरकार की ओर से की जा रही है। रिक्रूटिंग एजेंसी के रूप में हरियाणा कौशल रोजगार निगम और विदेश सहयोग विभाग मिलकर राज्य के युवाओं को विदेश में यह रोजगार दिलाने में मदद करेंगे।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि हरियाणा के युवा न तो फर्जी ट्रेवलिंग एजेंसियों के शिकार होंगे और न ही उन्हें अवैध रूप से विदेश जाकर काम करने की जरूरत पड़ेगी। डोंकी रूट को खत्म करने के लिए राज्य सरकार पहले ही कानून बना चुकी है।
विदेश सहयोग विभाग में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सलाहकार पवन चौधरी के अनुसार इजरायल ने पूरे देश से करीब पांच हजार नर्सों की मांग की है। हरियाणा में नर्सों की संख्या सबसे ज्यादा है। हमें उम्मीद है कि हरियाणा से ज्यादा से ज्यादा नर्सिंग स्टाफ इजरायल में सेवाएं देने के लिए भेजा जा सकेगा। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से इस प्रक्रिया शुरू करते ही जानकारी प्रदान की जाएगी।
पवन चौधरी के अनुसार केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए विदेश में हरियाणवी युवाओं को सही तरीके से रोजगार दिलाने की जो प्रक्रिया आरंभ की थी, उसे अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूरा कर रहे हैं। विदेश में रोजगार कर रहे युवा हरियाणा सरकार के संपर्क में हैं।
उन्हें औसतन करीब पौने दो लाख रुपये मासिक वेतन मिल रहा है। कई युवा ऐसे हैं, जिन्होंने यहां अपने घर बनाने के लिए जमीन खरीद ली और कुछ ने मकान भी बना रहे हैं, जो कि सुखद संकेत है।
सलाहकार ने बताया कि हरियाणा सरकार राज्य के युवाओं को नौकरियां दिलाने के लिए एक्टिव रूप से करीब 50 देशों के संपर्क में है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम को ओवरसीज प्लेसिंग के लिए केंद्र की ओर से रिक्रूटिंग एजेंसी का लाइसेंस मिल चुका है। रिक्रूटिंग एजेंसी नौकरी चाहने वालों और नियोक्ताओं के बीच एक मध्यस्थ के रूप में काम करती है।
यह एजेंसी नौकरी खोजने वालों को उनकी योग्यता और अनुभव के अनुसार सही नौकरी ढूंढने में मदद करेगी और कंपनियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सही उम्मीदवार खोजने में सहायता प्रदान करेगी।
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