Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कालका में ‘धूल भरा अंधड़’, पुराने नेशनल हाईवे पर चलना हुआ मुश्किल, जानिये पीडब्ल्यूडी ने कैसे बढ़ाई परेशानी

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 07:49 PM (IST)

    कालका का पुराना नेशनल हाईवे धूल के कारण लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। पीडब्ल्यूडी पर गड्ढों को मिट्टी से भरने का आरोप है जिससे समस्या और बढ़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गड्ढे भरने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे।

    Hero Image
    सोचना चाहिए था कि हजारों वाहनों वाले हाईवे पर मिट्टी का मलबा गड्ढों में टिक भी पाएगा या नहीं।

    राजकुमार, कालका। पुराना नेशनल हाईवे इन दिनों कालका के लोगों के लिए परेशानी का पर्याय बन चुका है। तेज़ हवा में उड़ती धूल-मिट्टी दोपहिया चालकों, पैदल चलने वालों और दुकानदारों के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुकी है। आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और अस्थमा जैसी बीमारियों के खतरे ने लोगों की नींद हराम कर दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लोगों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी गड्ढों को मिट्टी के मलबे से भर कर समस्या को और गंभीर बना रहा है। भारी वाहन गुजरते ही वह मिट्टी उड़कर हवा में समा जाती है, जिससे चारों ओर धूल का अंधड़ छा जाता है। बाजारों में बैठे दुकानदारों का कहना है कि उनकी दुकानें लगातार धूल से भर जाती हैं और खाने-पीने का सामान खराब हो रहा है।

    स्थानीय निवासी विजय, पवन, साहिल, आकाश और सुमित का कहना है कि विभाग के इंजीनियरों को यह तक नहीं मालूम कि हजारों वाहनों वाले हाईवे पर मिट्टी का मलबा गड्ढों में टिक भी पाएगा या नहीं। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के कारण पैदल चलने वालों और चालकों की आंखें खराब हो रही हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।

    सरकारी राशि का दुरुपयोग

    लोगों ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गड्ढे भरने के नाम पर सिर्फ बिल बनाए जा रहे हैं। बार-बार मिट्टी डालने के बावजूद चार दिन भी गड्ढे नहीं टिकते। रोड रोलर, ट्रैक्टर-ट्रॉली और लेबर लगाने पर लाखों खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है।

    स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सरकार और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है कि कालका के लोग रोज़ाना धूल-मिट्टी की मार झेल रहे हैं। विभाग को चाहिए कि सड़क के गड्ढों को पक्के मटेरियल से भरे और धूल-मिट्टी की समस्या का स्थायी हल निकाले।

    लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल कालका के पुराने नेशनल हाईवे पर उड़ती यह धूल प्रशासन के कामकाज और जिम्मेदारी पर बड़े सवाल खड़े कर रही है।