हरियाणा में शराब पर सियासत में दुष्यंत निशाने पर, उत्पादन शुरू और बिक्री लाकडाउन के बाद
हरियाणा में शराब का उत्पादन शुरू करने पर राजनीति गरमा गया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला निशाने पर आ गए हैं। शराब का उत्पादन शुरू हो गया है व बिक्री लॉकडाउन के बाद होगा।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में शराब का उत्पादन शुरू करने को लेकर घमासान मच गया है। प्रदेश सरकार ने लाॅकडाउन के बावजूद शराब कारखानों, बॉटलिंग प्लांट्स व ब्रेवरीज में उत्पादन शुरू कराने की अनुमति दी है। विपक्ष इसे शराब की बिक्री शुरू करने के फैसले से जोड़कर पेश कर रहा है। विवाद बढ़ा तो राज्य सरकार की ओर से सफाई दी कि शराब की बिक्री लाॅकडाउन खुलने के बाद होगी, लेकिन विपक्ष ने हमला शुरू कर दिया। विपक्ष खासकर कांग्रेस के निशाने पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला हैं। दुष्यंत के पास ही आबकारी एवं कराधान विभाग है। हमला बढ़ा तो गृहमंत्री अनिल विज आगे आए और दुष्यंत चौटाला का बचाव किया।
सभी शराब कारखानों, बॉटलिंग प्लांट्स व ब्रेवरीज में उत्पादन शुरू करने के निर्देश
हरियाणा सरकार ने शराब कारखानों, बॉटलिंग प्लांट्स व ब्रेवरीज में उत्पादन शुरू कराने से पहले सभी मंत्रियों की राय ली है। कई मंत्री इसके हक में थे, लेकिन वे चाहते थे कि बिक्री अभी आरंभ नहीं होनी चाहिए। सरकार की अपनी मजबूरी है। सरकार को दो माह में ही नौ हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। ऐसे में शराब राजस्व जुटाने का बड़ा जरिया है। शराब की बिक्री नहीं होने से अवैध शराब की बिक्री को बढ़ावा मिल रहा है।
अनिल विज भी शराब बिक्री के खिलाफ, कहा लाकडाउन के बाद ही चालू होनी चाहिए
इन सबके बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने राज्य सरकार और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर हमला बोल दिया। दूसरी ओर, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से पूरे मामले पर साफ कह दिया कि लाॅकडाउन की अवधि के दौरान किसी सूरत में शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए। रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी सैलजा ने जब सरकार के शराब उत्पादन शुरू कराने के फैसले पर सवाल उठाए तो अनिल विज ने बचाव करते हुए कहा कि आबकारी एवं कराधान विभाग के आर्डर में साफ लिखा है कि उत्पादन हो सकता है, लेकिन बिक्री लाॅकडाउन खत्म होने के बाद ही शुरू होगी। इसलिए बवाल मचान का सवाल ही पैदा नहीं होना चाहिए।
रणदीप सिंह सुरजेवाला और कु. सैलजा ने की घेराबंदी तो विज ने किया सरकार का बचाव
बहरहाल, डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर को जारी सरकुलर में कहा गया है कि लॉकडाउन पीरियड खत्म होने के बाद इन उत्पादन इकाइयों पर एकदम बोझ न पड़े और थोक व फुटकर विक्रेताओं को भी कोई दिक्कत न हो, इसलिए अभी से शराब उत्पादन शुरू कर दिया जाए। नई एक्साइज पॉलिसी के तहत थोक और फुटकर विक्रेताओं को लाइसेंस भी जारी होने हैं। इसलिए यह निर्णय लिया गया है। सरकुलर में साफ हिदायत है कि जिलों में उत्पादन के साथ-साथ लॉकडाउन प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन होता रहे। हर रोज सरकार को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान है। अमूमन शराब ठेके एक अप्रैल से आरंभ हो जाते हैं, जो इस बार 1 मई से आरंभ होने की संभावना है।
शराब लॉबी को गिरवी रखी प्राथमिकताएं : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लगता है कि प्रदेश सरकार कोरोना से जंग लड़ने की बजाय शराब की फैक्ट्रियां चलवाने, होलसेल व रिटेल के शराब के ठेके खुलवाने तथा शराब बिकवाने को ही जनसेवा का रास्ता मान बैठी है। ऐसा लगता है कि भाजपा-जजपा सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं शराब लॉबी को गिरवी रख दी हैं व प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। वक्त की मांग है कि विदेश से आए व्यक्तियों व कोरोना संक्रमण से संदिग्ध हर व्यक्ति का टेस्ट हो। प्रदेश में एक दिन में केवल 51 कोरोना टेस्ट ही हो पा रहे हैं। यह चिंताजनक है।
शराब बिक्री से जुड़े किसके हित : सैलजा
हरियाणा कांग्रेस की प्रधान कुमारी सैलजा ने कहा कि महामारी और लॉकडाउन के बीच ऐसी क्या आवश्यकता हो गई है कि लोगों को मूलभूत चीजें मुहैया कराने से ज्यादा सरकार को शराब बिक्री की चिंता सताई हुई है। क्या उच्च पदस्थ लोगों का शराब बिक्री में कोई निजी हित है, यह बड़ा सवाल है। महामारी के ऐसे नाजुक दौर में यदि प्रदेश में शराब की बिक्री होगी तो कानून व्यवस्था, सामाजिक सौहार्द और पारिवारिक सौहार्द बिगड़ने की पूरी आशंका बनी रहेगी।
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'' मैं हरियाणा में लाकडाऊन की अवधि के चलते शराब बिक्री के बेहद खिलाफ हूं, लेकिन रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा जिस लैटर की बात कर रहे हैं, वह उन्होंने ठीक से नहीं पढ़ा। उसमें शराब उत्पादन शुरू कराने की बात है और साफ लिखा है कि लाॅकडाउन अवधि खत्म होने के बाद ही शराब की बिक्री शुरू हो सकेगी। इसलिए किसी को ज्यादा हाय तौबा मचाने की जरूरत नहीं है।
- अनिल विज, गृह मंत्री, हरियाणा।