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    दिग्विजय चौटाला को दोबारा मिलेगी सिक्योरिटी, हाईकोर्ट ने नायब सरकार को दिए निर्देश

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 06:25 PM (IST)

    जननायक जनता पार्टी यूथ विंग के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला की सुरक्षा वापस लेने के मामले में हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्दे ...और पढ़ें

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    जजपा नेता दिग्विजय चौटाला को दोबारा मिलेगी सिक्योरिटी। सांकेतिक तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी यूथ विंग के अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला अपनी सुरक्षा वापस लेने के हरियाणा सरकार के फैसले के विरुद्ध हाई कोर्ट पहुंचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पौत्र व पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के परपौत्र दिग्विजय चौटाला की पिछले सप्ताह सुरक्षा वापस ले लगी गई थी।

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    हाईकोर्ट ने दिग्विजय चौटाला की याचिका का निस्तारण करते हुए हरियाणा सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दिग्विजय और उनके परिवार की जानमाल की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित की जाए। यह आदेश जस्टिस संजय वशिष्ठ ने पारित किया।

    याचिकाकर्ता दिग्विजय चौटाला की ओर से अदालत को बताया गया कि बिश्नोई गैंग की ओर से उन्हें गंभीर धमकियां प्राप्त हुई थीं। इन धमकियों के आधार पर 30 जुलाई 2025 को डबवाली थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई। इसके बावजूद, राज्य के वर्तमान पुलिस महानिदेशक ने 10 दिसंबर 2025 को बिना किसी ठोस कारण अथवा लिखित स्पष्टीकरण प्राप्त किये के याचिकाकर्ता की सुरक्षा वापस ले ली, जो न केवल मनमाना कदम है बल्कि संभावित खतरे को नजरअंदाज करने जैसा भी है।

    दिग्विजय चौटाला ने अदालत का ध्यान इस तथ्य की ओर भी दिलाया कि डीजीपी का चौटाला परिवार के प्रति कथित विरोधात्मक रवैया उनके एक आंतरिक संचार से भी झलकता है, जो 11 दिसंबर को मीडिया मंच में प्रकाशित हुआ था। दलील दी गई कि ऐसे माहौल में सुरक्षा हटाया जाना याचिकाकर्ता और उनके परिवार की जान को गंभीर जोखिम में डाल सकता है।

    सभी तथ्यों और परिस्थितियों पर विचार करते हुए हाईकोर्ट ने दिग्विजय चौटाला की याचिका का निस्तारण कर दिया, लेकिन साथ ही हरियाणा सरकार को यह निर्देश दिया कि वह याचिकाकर्ता द्वारा जताई गई आशंकाओं को गंभीरता से ले और उनकी तथा उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम तत्काल उठाए।

    अदालत ने यह भी संकेत दिया कि राज्य का दायित्व है कि वह किसी भी नागरिक को प्राप्त खतरों की निष्पक्ष समीक्षा कर उचित सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराए। बता दें कि जिस दिन दिग्विजय चौटाला की सुरक्षा वापस हुई थी, उस दिन चार अन्य जजपा नेताओं की सिक्योरिटी वापस ली गई थी।

    इन नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के ससुर पूर्व एडीजीपी परमजीत सिंह अहलावत, गुरुग्राम से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके प्रसिद्ध गायक राहुल फाजिलपुरिया, सोहना से चुनाव लड़ चुके विनेश गुर्जर और जजपा नेता देवेंद्र कादियान शामिल हैं। पांच जजपा नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के बाद जब यह राजनीतिक मुद्दा बना तो पुलिस महानिदेशक की ओर से अगले दिन स्पष्ट किया गया कि पूरे राज्य में ऐसे तमाम करीब 200 लोगों की सिक्योरिटी वापस ली गई है, जिन्हें इसकी जरूरत नहीं है।