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    दिल्ली में कमल खिलाने में मददगार बनी हरियाणा की मनोहर-नायब जोड़ी, एक साथ निभाई दोनों नेताओं ने दी गई जिम्मेदारी

    Updated: Sat, 08 Feb 2025 11:30 PM (IST)

    Delhi Chunav Result 2025 हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल की जोड़ी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने दिल्ली में कई विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार किया और रणनीतिक बैठकें की। हरियाणा के कई मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने भी दिल्ली चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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    कैबिनेट मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (सोशल मीडिया)

    अनुराग अग्रवाल,चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा को तीसरी बार सत्ता में लाने वाली गुरु-शिष्य यानी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जोड़ी ने दिल्ली के चुनाव में भी कमाल कर दिया। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इन दोनों नेताओं को दिल्ली के चुनाव में कमल का फूल खिलाने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी।

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    मनोहर लाल ने इस मिशन को पूरा करने के लिए जहां रणनीतिक बैठकें की, वहीं नायब सैनी सिर पर यमुना के पानी का मटका लेकर लोगों के बीच गये। दोनों दिग्गजों की जोड़ी ने दिल्ली में करीब दो दर्जन विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार किया, जहां भाजपा उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया है।

    विधानसभा स्तर पर की कईं जनसभाएं

    केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली चुनाव के दौरान विधानसभा स्तर पर चुनावी जनसभाएं करने के अलावा करीब डेढ़ दर्जन रणनीतिक बैठकें की हैं।

    मनोहर लाल का दिल्ली आवास इन बैठकों का केंद्र बिंदु बना रहा। नायब सिंह सैनी ने हरियाणा भवन में अधिकतर बैठकें की।

    हरियाणा की भाजपा सरकार में मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, महीपाल ढांडा, कृष्ण लाल पंवार, विपुल गोयल, राजेश नागर और डॉ. अरविंद शर्मा ने दिल्ली के चुनाव में डोर-टू-डोर संपर्क साधते हुए मनोहर लाल व नायब सिंह सैनी की रणनीति को मजबूती प्रदान करने में कसर नहीं छोड़ी।

    बीजेपी नेताओं ने भी दिखाया दमखम

    भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला, किरण चौधरी, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, कंवरपाल गुर्जर, पूर्व सांसद संजय भाटिया, सुनीता दुग्गल, पूर्व मंत्री विशंभर वाल्मीकि, मनीष ग्रोवर, अभय सिंह यादव, ज्ञानचंद गुप्ता, डॉ. कमल गुप्ता, जेपी दलाल, कमलेश ढांडा और ओमप्रकाश यादव ने जातीय समीकरणों को भाजप के पक्ष में करने के लिए दिल्ली की गलियां छान मारी।

    भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ लोकसभा चुनाव में दिल्ली के प्रभारी रह चुके हैं। वे भी दिल्ली की नस-नस से वाकिफ हैं।

    भाजपा प्रभारी डॉ. सतीश पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली और प्रदेश संगठन मंत्री फणीन्द्रनाथ शर्मा ने हरियाणा के नेताओं के साथ बैठकें कर ऐसे मुद्दों को हवा दी, जो सीधे दिल्ली की जनता के हितों से जुड़े हैं।

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    यमुना पर सियासी घमासान 

    दिल्ली के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी को जहरीला बताकर इस मुद्दे पर राजनीति करनी चाही, लेकिन हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने इस पानी का आचमन करते हुए केजरीवाल के इस मुद्दे की पूरी तरह से हवा निकाल दी।

    हरियाणा के जाट नेताओं के प्रयासों की देन है कि दिल्ली में भाजपा जाट बाहुल्य सारी सीटें जीत गई। गैर जाट ओबीसी सीटों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का जादू चला तो पंजाबी बाहुल्य सीटों पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का अपनापन काम आया।

    त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने समय-समय पर हरियाणा के नेताओं को विभिन्न मुद्दों पर फीडबैक देकर पूरी टीम को मजबूती प्रदान की है, जिसका नतीजा चुनावी जीत के रूप में सामने आया है।

    मनोहर और नायब की जोड़ी का यह रहा चुनावी असर

    दिल्ली में अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक किला ढहाने में मनोहर लाल और नायब सिंह सैनी की जोड़ी की भूमिका की पूरे देश में चर्चा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जिन एक दर्जन सीटों पर दिल्ली में जमकर प्रचार किया, वहां भाजपा की जीत का सक्सेस रेट 90 प्रतिशत रहा है।

    नायब सिंह सैनी के प्रचार वाली 10 विधानसभा सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के प्रचार वाली सीटों पर भाजपा की जीत का सक्सेस रेट 100 प्रतिशत रहा है। मनोहर लाल ने शाहदरा, महरौली, आरकेपुरम, मोती नगर, नई दिल्ली, कृष्णानगर, राजौरी गार्डन, तिलक नगर और रोहिणी सहित करीब एक दर्जन सीटों पर प्रचार किया था।

    नायब सिंह सैनी ने सुल्तानपुर माजरा, मुंडका, जंगपुरा नांगलोई जाट, सीलमपुर, रिठाला, तिमारपुर, बवाना विधानसभा, सदर बाजार, ग्रेटर कैलाश और शकूर बस्ती सीटें जिताने में अहम भूमिका निभाई है।

    यमुना के पानी में जहर और मिठास की राजनीति

    दिल्ली चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का जोरदार प्रचार देखकर अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा को भी लपेटने की कोशिश की थी। केजरीवाल ने बयान दिया कि हरियाणा सरकार यमुना नदी के पानी में जहर मिलाती है। इसके तुरंत बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हमलावर हुए और केजरीवाल को ना सिर्फ यमुना के पानी के सैंपल की रिपोर्ट दिखाई बल्कि खुद यमुना किनारे जाकर यमुना नदी के जल का "आचमन" भी किया।

    अरविंद केजरीवाल का यह हथकंडा नायब सिंह सैनी ने चुटकियों में तोड़ दिया। केजरीवाल पर अपना ही बयान उल्टा पड़ा और उनकी हार का अहम हिस्सा भी बना।

    इसके अलवा, दिल्ली चुनाव में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की साफ छवि के लोग दीवाने नजर आए।

    हरियाणा में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति का असर दिल्ली चुनाव में नजर आया। नायब सिंह सैनी का मुस्कुराते हुए चेहरे से भाषण देना और दिल्ली में जलेबी बांटने वाला बयान देने का अंदाज भी लोगों को खूब भाया।

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