Cyber Crime: ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं साइबर अपराधी, लुभावने विज्ञापन सहित कई हथकंडों से बचें
Cyber Crime हरियाणा सहित देशभर में साइबर ठगी के लिए नए- नए तरीके अपना रहे हैं। साइबर इग अब सोशल मीडिया पर लुभावने विज्ञापन सहित कई हथकंडे अपना रहे हैं। वे लोगों को खुद को अपना रिश्तेदार बताकर भी ठगते हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। साइबर अपराधी ठगी के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपना रहे हैं। कभी इंटरनेट मीडिया पर लुभावने विज्ञापन और आफर तो कभी विदेशी रिश्तेदार बनकर ठगी की शिकायतें पुलिस के पास पहुंची हैं। इसी तरह क्रेडिट कार्ड बनाने, पैसे दोगुने करने के लिए निवेश और हाेटल कूपन के नाम पर ठगी की जा रही है
आनलाइन ठगी के लिए नए-नए तरीके अपना रहे साइबर अपराधी
हरियाणा पुलिस की साइबर टीम को टोल-फ्री नंबर 1930 पर पंचकूला के व्यक्ति ने शिकायत की कि उसका भतीजा विदेश में पढ़ता है। सुबह फोन आया कि मेरी नागरिकता पक्की हो गई है। मैं यहां दोस्तों को पार्टी देने आया था कि झगड़ा हो गया। पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मेरे वकील का फोन आएगा। पैसे दे देना ताकि मैं बच जाऊं।
उसने बताया कि बातों में आकर शिकायतकर्ता ने ठगों के खाते में 50-50 हजार रुपये कर कुल छह लाख रुपये का भुगतान कर दिया। बाद में खाते की जांच पर पता चला कि यह खाता उत्तर प्रदेश के किसी बैंक का है। ठगी का अहसास होने पर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने डेढ़ लाख रुपये फ्रीज करवाए दिए। आगे की जांच की जा रही है।
क्रेडिट कार्ड, पैसे दोगुने करने और होटल कूपन के नाम पर कर रहे ठगी
इसी तरह गुरुग्राम निवासी राहुल ने इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देखा जिसमें पैसे दुगने करने का आफर था। अच्छा मौका जानकर उसने पैसे निवेश कर दिए। फिर जैसे ही ठगी का अहसास हुआ, 1930 पर शिकायत दी। शिकायतकर्ता के 85 हजार रुपये साइबर टीम ने वापस करवा दिए हैं। एक अन्य मामले में साइबर ठगाें ने गुरुग्राम निवासी अमरजीत को होटल ताज के पैकेज का लालच देकर डेढ़ लाख रुपये ठग लिए।
समय रहते शिकायत दर्ज कराने के चलते साइबर टीम ने तुरंत खाता फ्रीज कर पैसे वापस करवाए। इसी तरह गुरुग्राम के ही अन्य मामले में साइबर अपराधियों ने जय कुमार के एक लाख रुपये तथा कुरुक्षेत्र निवासी करमचंद के बेटे का स्कूल टीचर बनकर एक लाख रुपये ठग लिए। हालांकि 1930 पर शिकायत के बाद पुलिस ने रुपये वापस करवा दिए।
अपराध शाखा ने वापस दिलवाए 11 करोड़ रुपये
अपराध शाखा ने आठ महीने में साइबर अपराधियों से आमजन के करीब 11 करोड़ रुपये वापस दिलाए हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए हर जिले में साइबर राहगीरी, नुक्कड़ नाटक और स्कूलों में कार्यक्रम किए जा रहे हैं। साइबर अपराध होने पर तुरंत अपनी शिकायत 1930 पर दर्ज करवाएं ताकि अपराधी का खाता फ्रीज किया जा सके। कभी अपना ओटीपी किसी को न दें और न निजी जानकारी किसी से साझा करें। किसी लुभावने आफर में पैसे लगाने से पहले जांच पड़ताल अवश्य करें।

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